महासमुंद। महासमुंद जि़ले के दो शहरी क्षेत्र सरायपाली और पिथौरा में सौ फीसदी टीकाकरण हुआ है। पात्र लोगों को पहली और दूसरी डोज़ दी गई। ये जि़ले के पहले और दूसरे शहरी क्षेत्र हो गए है जिनमें शत प्रतिशत टीकाकरण हुआ । जि़ले में टीकाकरण में अपेक्षाकृत तेज़ी आयी। इसकी मुख्य वजह जि़ला प्रशासन की बेहतर रणनीति स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आम जनता, समाजसेवी,जनप्रतिनिधियो,पार्षदों,व्यापारी संगठन आदि की सक्रिय भागीदारी की बदौलत शहरी क्षेत्र सरायपाली और पिथौरा में शत प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जि़ला प्रशासन की ओर से सभी के सहयोग के लिए आभार जताया और आगे भी ऐसे ही सहयोग की अपेक्षा की। इससे पहले जि़ले की 101 गाँवों में सौ फीसदी लोगों को टीकाकरण हो चुका है। जिसमें सरायपाली के 59 गाँव,बागबाहरा के 19,पिथौरा के 13, महासमुंद और बसना ब्लॉक के 5-5 गाँव शामिल है। अब शहरी क्षेत्र सरायपाली और पिथौरा भी सौ फीसदी टीकाकरण में शामिल हो गए है ।
सहायक टीकाकरण अधिकारी डॉ.मुकुंद राव ने बताया कि आज की तारीख़ तक नगरीय क्षेत्र महासमुंद में लक्ष्य का 55.43 प्रतिशत लोगों को कोविड की खुराक दी गई है। बागबाहरा नगरीय में 82.48 फ़ीसदी को,तुमगाँव में 78.69 प्रतिशत पात्रधारियों को और सबसे ज़्यादा बसना नगरीय क्षेत्र में 83.43 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पात्र नागरिकों को कोविड-19 पहली डोज़ की शत-प्रतिशत वैक्सिनेशन की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में यहां 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के पहले चरण का टीकाकरण पूर्व में किया जा चुका है। फिर भी अपवाद स्वरूप कुछ ऐसे लोग छुटे हुए हैं। जिनमें गर्भवती माताएं, गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति एवं किसी अन्य कारणों से गांव से बाहर गए हुए हैं। वे टीकाकरण से छूटे है। पात्र लोगों ने पहली डोज़ लगवा ली है ।
जि़ले में अब कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए जागरूकता का असर दिखने लगा है। अब स्वास्थ्य विभाग की उम्मीद से ज्यादा लोग टीकाकरण केंद्रों में पहुंचने लगे है । जि़ले के कुछ स्वास्थ्य केंद्रों में देखा गया कि टीकाकरण का समय ख़त्म होने से पहले वैक्सीन भी ख़त्म हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक दिन पहले टीकाकरण लगाने वाले केंद्रों का विभिन्न प्रचार माध्यमों गीत-संगीत समाचार पत्रों आदि के ज़रिए प्रचार किया जाता है ।गांव में एक दिन पहले डुग्गी मुनादी कराई जाती है। जिससे लोगों को टीकाकरण की जानकारी मिल जाती है। यही वजह है कि टीकाकरण में प्रगति आने लगी है। अधिकारी -कर्मचारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियो के द्वारा लोगों को टीकाकरण के लिए जागरुक किया जा रहा है ।