माड़गांव में पहली बार कलेक्टर ने पहुंच पंचायत भवन एवं कुएंमारी के हेल्थ वैलनेस सेंटर का किया आकस्मिक निरीक्षण
कोण्डागांव । शनिवार को कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने जिले के अति संवेदनशील एवं सीमावर्ती ग्राम माड़गांव, कुएंमारी, होनहेड, चेरबेड़ा, गढधनोरा का दौरा कर विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान सर्वप्रथम उन्होंने गोब्राहीन के प्राचीन शिव मंदिर के निकट श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विस्तार एवं गोब्राहीन नाला के नरवा योजना अंतर्गत विकास हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए साथ ही यहां वृक्षारोपण एवं पिचिंग कराने को भी कहा गया। इसके पश्चात उन्होंने ग्राम होनहेड पहुंचकर जलप्रपात को देखा एवं जलप्रपात के प्रबंधन हेतु निर्मित समिति के सदस्यों से पर्यटकों को आकर्षित करने एवं उनके लिए सुविधाओं के विस्तार पर चर्चा की। इस दौरान ग्राम के उपसरपंच से पूर्व दौरे के दौरान निश्चित किए गए विकास कार्यों के संबंध में जानकारी ली। ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर ने होनहेड के निकट नाले में नरवा विकास योजना के तहत जल संग्रहण कर केवल वर्षा ऋतु में बहने वाले होनहेड जलप्रपात को बारहमासी बनाने की कार्ययोजना तैयार करने एवं होनहेड में आंगनबाड़ी के निर्माण, पुलिया निर्माण, मुख्य सड़क से जलप्रपात तक सीसी सड़क निर्माण एवं गोठान निर्माण के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही होनहेड में 150 सीटर आश्रम के विद्युत पोल के निर्माण स्थल पर होने के कारण निर्माण कार्य प्रारंभ ना होने की जानकारी प्राप्त होने पर एक सप्ताह के भीतर विद्युत पोल को स्थानांतरित कर निर्माण कार्य प्रारंभ करने को कहा।
कलेक्टर ने मिरदे, मुत्तेखड़का, करतेल, होनाबड़गो, ढ़ोलकुडुम जलप्रपातों का किया निरीक्षण
कलेक्टर ने जिले में इको पर्यटन सर्किट के तहत इन अतिसंवेदनशील क्षेत्रों के विकास के लिए जिले की सीमा पर गिरने वाले मनोरम मुत्तेखड़का जलप्रपात, कुएंमारी के मिरदे जलप्रपात, चेरबेड़ा के करतेल एवं होनाबड़गो जलप्रपात एवं गढ़धनोरा के बावनीमारी में स्थित ढ़ोलकुडुम जलप्रपात में जाकर उनके आसपास पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विकास पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने जलप्रपातों तक पहुंच मार्ग, जलप्रपातों में व्यू प्वाइंट, रेलिंग, बैठने हेतु चेयर, शेड, पेयजल एवं जलपान की व्यवस्था के विकास पर भी क्षेत्रीय ग्रामीणों से चर्चा की गई। ज्ञात हो कि केशकाल तहसील के अंतर्गत 20 से अधिक जलप्रपातों को जोड़कर जिला प्रशासन द्वारा ईको पर्यटन सर्किट के विकास के माध्यम से इस क्षेत्र के ग्रामीण युवाओं को रोजगार का नया माध्यम प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके तहत सभी जलप्रपातों को इस पर्यटन सर्किट से जोड़कर स्थानीय ग्रामीणों को जड़ी-बूटी दर्शन, ट्रैकिंग, टूर गाइड, कैंटीन जैसे कार्यक्रमों से जोड़ा जाएगा।
माड़गांव में पहली बार पहुंचे कलेक्टर
जिले के अत्यंत संवेदनशील एवं सीमा पर बसे माड़गांव में यह पहला मौका था जब जिला के कलेक्टर एवं बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे। प्रशासनिक अधिकारियों को अपने गांव में पाकर ग्रामीणों में बहुत ही हर्ष था। माड़गांव में कलेक्टर ने ग्राम पंचायत भवन में पहुंच कर उसका जायजा लिया एवं आसपास के ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा की गई। इसके पश्चात कलेक्टर ने कुएं स्थित हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण करते हुए सेंटर की व्यवस्थाओं को देखा। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में कार्यरत सीएचओ प्रतिभा भारती के द्वारा केंद्र में की गई अच्छी व्यवस्थाओं को देखते हुए कलेक्टर ने उनके कार्यों की सराहना की। इस दौरान सीएचओ द्वारा केंद्र में विद्युत एवं पानी की समस्या के संबंध में जानकारी दी गयी। जिस पर कलेक्टर ने सोलर पंप के अतिरिक्त विद्युत पंप के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, एसडीएम दीनदयाल मंडावी, आरईएस ईई अरुण शर्मा, पीएमजीएसवाई ईई व्ही पसीने, नायाब तहसीलदार दयाराम साहू, वन विभाग एसडीईओ केजुराम पोयाम,जनपद पंचायत सीईओ शिवलाल नाग, रेंजर नरेश नाग समेत समस्त विभागों के अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहे।