कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार ’स्मोक फ्री सरगुजा’ के तत्वाधान मे डाँ शैलेन्द्र गुप्ता के नेतृत्व मे जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सरगुजा के सभाकक्ष में एन. एस. एस. रेडक्रास, स्काउट एवं गाईडए नेहरू युवा केन्द्र, एनसीसी, जन शिक्षण संस्थान के जिला प्रमुख की बैठक आयोजित की गई। बैठक मे सरगुजा जिले को टोबैको फ्री के साथ-साथ स्मोकिंग फ्री बनाने हेतु नागरिकों को जागरूक करने की रणनीति बनायी गई।
डॉ. मयंक गोयल ने कहा कि लोगों को सार्वजनिक स्थानों में तंबाकू सिगरेट आदि धूम्रपान का सेवन करने से रोकना है। सभी शासकीय, अर्धशासकीय तथा निजी प्रतिष्ठानों में धूम्रपान वर्जित संबंधी बोर्ड चस्पा करना आवश्यक है। अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान में धूम्रपान करते पाया गया तो उसके ऊपर कोटपा एक्ट के तहत चालानी कार्यवाही की जावेगी। इसमे अलग अलग प्रावधानों के तहत न्यूनतम 200 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की चालानी कार्यवाही को जाएगी।
डॉ निखिल रेलवानी ने कहा कि अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। तम्बाकू सिगरेट से शरीर को कई प्रकार का नुकसान होता है तथा कई तरह से मानसिक विकार भी आ जाते हैं। लोगों को धूम्रपान से होने वाले बीमारियों के प्रति आगाह करना हम सभी का कर्तव्य है जिससे सरगुजा स्मोकिंग फ्री सिटी के रूप में छत्तीसगढ़ में अपना नाम रोशन कर सके। इसमे लोग अधिक से अधिक जुड़कर अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें।
बैठक में डॉ अनामिका तिवारी, डॉ निकिता गुप्ता, डॉ नेहा सिंह, डॉ आकांक्षा तिवारी, साक्षरता के जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता, जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के निदेशक एम. सिद्दीकी सहित अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।