- शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना का हुआ शुभारंभ
- नाम मात्र की राशि में श्रमिकों को मिलेगा गरम पौष्टिक भोजन
- 6 हितग्राहियों को बांटा गया 1 लाख 18 हजार रुपए का चेक
अम्बिकापुर 24 जून 2021
छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने गुरूवार को अम्बिकापुर के प्रतीक्षा बस स्टैण्ड स्थित रैन बसेरा में शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना का शुभारंभ किया। योजना के तहत मात्र 10 रुपए में संगठित एवं पंजीकृत श्रमिकों को तथा 5 रुपए में असंगठित श्रमिकों को गरम एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध होगी। दाल-भात केन्द्र का संचालन स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर भगिनी प्रसूति योजना के तहत 4 हितग्राहियों को 25 हजार रुपए का तथा मेधावी छात्रवृत्ति योजना के तहत 2 हितग्राहियों को 93 हजार रुपए का चेक वितरित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि राज्य शासन द्वारा श्रमिको की सहायता के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है लेकिन जानकारी तथा पंजीयन के अभाव के कारण योजना का लाभ लेने श्रमिक वंचित रह जाते है। श्रमिक अपना पंजीयन कराने सबसे पहले कदम उठाएं और योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। संगठित क्षेत्र के कर्मकारों के लिए शासन के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है जिसमें नाम मात्र की राशि जमाकर भविष्य के लिए अच्छी आय प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे श्रमिक आते है जो किसी प्रतिष्ठान, दुकान, सिनेमाघर, फैक्टरी इत्यादि में नियोजित है। इन संस्थानों के पंजीकृत श्रमिकों को मात्र ढाई रुपया जमा करना होता है तथा संस्थान को साढे 7 रुपए जमा करना होता हैै और यही राशि भविष्य में बड़ी राशि के रूप में मिल जाता है। इसके अतिरिक्त पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति, महिलाओं को सिलाई मशीन, सायकल सहित अन्य सामग्री एवं बीमा योजना का लाभ भी दिया जाता है। श्रमिकों के हितों की सुरक्षा के लिए कानुन बनाए गए है जिसके दायरे में लाभ लेने के लिए श्रमिकों को आगे आना होगा अपना अधिकार लेने के लिए बेझिझक अधिकारियों से मिले । यदि अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों से भी मिलने की जरूरत महसूस हो तो किसी भी समय मिल सकते है।
श्री सिंहदेव ने कहा कि आज शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों के लिए कम राशि में भोजन की व्यवस्था की जा रही है। इस व्यवस्था में श्रमिकों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलते रहना चाहिए । गुणवत्ता में किसी प्रकार की समझौता नहीं होना चाहिए। छत्तीसगढ श्रम कल्याण मण्डल की अध्यक्ष श्री शफी अहमद ने कहा कि श्रम विभाग मूलतः तीन भागों मंे बंटा हुआ है जिसमें श्रम कल्याण मण्डल, असंगठित कर्मकार मण्डल, भवन एवं सन्ननिर्माण कर्मकार मण्डल शामिल है। उन्होंने बताया कि रैन बसेरा में संचालित होने वाली दाल-भात केन्द्र में संगठित श्रमिकों के अलावा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 5 रुपए में भरपेट भोजन मिलेगा। उन्होेंने बताया कि छात्रवृत्ति योजना के तहत संगठित क्षेत्र के पंजीकृत श्रमिकों बच्चों को 66 लाख रुपए का छात्रवृत्ति प्रदान किया गया है लेकिन सरगुजा जिले से एक भी श्रमिक पंजीकृत नहीं है। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग में अनेक योजनाएं संचालित है लेकिन प्रचार-प्रसार की कमी के कारण श्रमिकों को जानकारी नहीं मिलता है। योजनाओं का लाभ लेने के लिए पंजीयन जरूरी है। उन्होंन कहा कि लाॅकडाउन अवधि में भी प्रदेश में 40 हजार श्रमिकों का पंजीयन हुआ है और रोजगार मिला है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ वनौषधि पादप विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, बीस सूत्रीय कार्यान्यवन समिति के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधू सिंह, मेयर डाॅ. अजय तिर्की, जिला पंचायत सदस्य श्री राकेश गुप्ता, श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, श्रम कल्याण आयुक्त श्री दिव्यांश सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक श्री अनुराग श्रीवास्तव, वनमण्डलाधिकारी श्री पंकज कमल, एसडीएम श्री प्रदीप साहू, निगम आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय, श्रम अधिकारी श्री जीडी प्रसाद सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं समूह की महिलाएं उपस्थित थे ।