रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उत्तर प्रदेश सरकार बुधवार को फिर आमने-सामने होंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल लखीमपुर खीरी जाने को तैयार है। इसमें मुख्यमंत्री बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी साथ जाने वाले हैं। AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस समिति) की ओर से पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर प्रतिनिधिमंडल के लिए बाकायदा अनुमति मांगी है।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ और फिर लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं। उनकी योजना हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात करने की है। उनके साथ पार्टी के चार वरिष्ठ नेता भी लखीमपुर जाएंगे। बताया जा रहा है, यह प्रतिनिधिमंडल सुबह लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंच जाएगा। वहां से कार से लखीमपुर खीरी जाने की योजना है। मंगलवार शाम को वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद यह कार्यक्रम तय हुआ है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को भी लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है। वेणुगोपाल ने कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति मांगी है।
बुधवार का कार्यक्रम भी मंगलवार जैसा ही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ सदन से AICC के लिए गए हैं। सुबह 11 बजे के बाद वे और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हवाई अड्डे के लिए निकलेंगे। दोपहर 12.20 की इंडिगो की नियमित उड़ान से राहुल गांधी, भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी और केसी वेणुगोपाल लखनऊ रवाना हो जाएंगे। वहां 1.25 बजे लैंड का शेड्यूल है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा, “योगी सरकार का हठयोगियों से पाला पड़ने वाला है। कल दो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और चरणजीत सिंह चन्नी अपने नेता राहुल गांधी के साथ फिर लखनऊ आ रहे हैं। लखीमपुर जाना चाहते हैं। लोकतंत्र और तानाशाही फिर आमने सामने होंगे।’