रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों को परेशान करें ये कोई नई बात नहीं है। ये वहीं रेल मंडल हैं जहां के डीआरएम देर रात विदाई पार्टी में जीएम के साथ गाना न गाने वाली महिला कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया जाता है । अब इसी रेल मंडल से एक आदिवासी महिला को परेशान करने का मामला सामने आया है। रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीपीओ प्रदीप मिश्रा, आर. शंकरन (सहायक मंडल कार्मिक अधिकारी) और अनामिका शुक्ला (अधीक्षक कार्मिक विभाग) एक आदिवासी महिला को परेशान कर रहे है।ये रेल कर्मचारी मूलतः भिलाई में पदस्थ बताई जा रही है।
एक सूत्र ने बताया कि चंद दिनों पहले महिला को दुर्ग के फैमली कोर्ट जाना था, जिसके लिए उसने छुट्टी का आवेदन लगाया, लेकिन आवेदन न स्वीकार करते हुए उसी दिन उसका ट्रांसफर रायपुर कर दिया गया और अनामिका शुक्ला ने उक्त कर्मचारी पर ये दबाव बनाया कि वे उसी दिन रायपुर में ज्वाईनिंग दे या नौकरी छोड़ दे। इसके बाद परेशान महिला रेल कर्मचारी राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग न्याय की गुहार लेकर पहुंची. लेकिन रेलवे अधिकारियों के हौंसले देखिए वे सीधे आयोग के अध्यक्ष और अन्य अधिकारियों को विभिन्न माध्यमों से फोन लगवाकर मामले को रफा-दफा करने दबाव बनवा रहे है. अब आयोग भी इस मामले में सख्त हो गया है और आयोग ने एक पत्र रेल मंडल के DRM और दक्षिण पूर्व रेल मंडल (SECR) के GM को पत्र लिखकर उक्त कार्मिक विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई करने कहा है। इस संबंध में कार्मिक विभाग के सीनियर डीपीओ से उनका पक्ष जानने उन्हें फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।