kabir-das
kabir-das
  • ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को हुआ था कबीरदास का जन्म
  • समाज में फैली हुई कुरीतियों पर किया था कड़ा प्रहार

कबीरदास जयंती 2021

श्री भूपेश बघेल ने कहा संत कबीर साहेब का जीवन दर्शन हर युग में प्रासंगिक है

छत्तीसगढ़ के मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल ने कहा कि संत कबीर साहेब का जीवन दर्शन हर युग में प्रासंगिक है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने संत कबीर की जयंती 24 जून के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में श्री बघेल ने कहा है कि संत कबीर साहेब का जीवन दर्शन हर युग में प्रासंगिक है। वे सामान्य बोलचाल की भाषा में बड़ी सहजता से गहरी बात कह जाते थे। सरलता से सीधे कही गई उनकी बातें लोगों के दिल में अपनी पैठ बना लेती थी। छत्तीसगढ़ में भी संत कबीर के जीवनदर्शन का लोगों के जन-जीवन पर गहरा प्रभाव रहा है।

इसे भी पढ़ें  अगर आपका भी है SBI में एकाउंट…तो जरूर पढ़ें ये खबर…क्योंकि बैंक ने जारी किया है ये अलर्ट…

श्री बघेल ने कहा है कि संत कबीर ने अपने दोहों के माध्यम से भाईचारे, प्रेम, सद्भावना और सामाजिक समानता का संदेश दिया है। उन्होने समाज में फैले आडंबर और जात-पात का सख्त विरोध किया। अपने दोहों के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों पर कठोर प्रहार किया। उन्होंने लोगों को सत्य, अहिंसा, दया, करूणा, परोपकार जैसे मानवीय मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी। श्री बघेल ने कहा कि संत कबीर के उपदेश हमें हमेशा सही राह दिखाते रहेंगे।

चरणदास महंत: कबीरदास जयंती 2021 की जयंती पर उन्हें नमन

समाज में व्याप्त अंधविश्वास, आडंबर, कुरीति , पाखंड को सरेआम दुत्कारने वाले संत कबीर की जयंती पर उन्हें नमन।

इसे भी पढ़ें  राशिफल 27 नवंबर 2021

ताम्रध्वज साहू: संत कबीर दास जी की जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं

गृह, लोक-निर्माण,जेल, पर्यटन तथा धर्मस्व मंत्री ( छत्तीसगढ़ शासन), राष्ट्रीय अध्यक्ष, पिछड़ा विभाग, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी

आप सभी को संत कबीर दास जी की जयंती पर हार्दिक शुभकामनाएं..

राज्यपाल ने कबीर जयंती के अवसर पर दी शुभकामनाएं

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कबीर जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि भक्तिकाल के महान कवि के साथ-साथ संत कबीर दास समाज सुधारक भी थे। उन्होंने तत्कालीन समाज को नई दिशा प्रदान की थी और समाज में फैली हुई कुरीतियों पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने अपने रचनाओं के माध्यम से आम जनता में भाई-चारा, प्रेम और सद्भावना का संदेश दिया है। उनके दोहे मनुष्य को अज्ञानता के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में ले जाने का कार्य करते हैं। उनके संदेश वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है।  

इसे भी पढ़ें  ये कार है या रेल…? आप ही तय करें…

Leave a comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *