धान खरीदी, नियंत्रण कक्ष स्थापित
धान खरीदी, नियंत्रण कक्ष स्थापित

महासमुंद। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बुधवार को महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड के धान उपार्जन केन्द्र बड़े टेमरी और बसना विकासखण्ड के भूकेल का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों खरीदी केंद्र में अब तक जारी टोकनों की संख्या, धान खरीदी का अवलोकन करते हुए अधिक से अधिक लघु और सीमांत किसानों को टोकन जारी करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने दोनों खरीदी केंद्रों में धान खरीदी के सुचारू क्रियान्वयन के संबंध में समिति प्रबंधकों और किसानों से पूछताछ की। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी सरायपाली श्रीमती नम्रता जैन, पिथौरा श्रीमती ऋतु हेमनानी, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री एस.के. तिग्गा, शाखा प्रबंधक श्री अमृत लाल जगत, नायब तहसीलदार श्री देवेन्द्र नेताम सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

कलेक्टर ने धान खरीदी से संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को किसान बारदाना में धान खरीदी करने किसानों को जागरूक करने व बारदाने की बढ़ी हुई दर के बारे में बताने को कहा। इसके साथ ही हमालों द्वारा किए गए कार्यों का नियमित पंजी संधारण करने व हमाली का भुगतान करने के निर्देश दिए। उन्होंने बारदाना भंडारण कक्ष को भी व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने धान का वजन और धान की नमी जांच की गई। धान के उठाव में तेजी लाने मिलर्स डीओ जारी कर सतत रूप से धान उठाव कराने के निर्देश दिए।

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कलेक्टर ने धान उपार्जन केन्द्र बड़े टेमरी में उपार्जित धान के स्टेकिंग प्लान की जानकारी ली। उपार्जन केंद्र के नये पुराने बारदाने की स्टेकिंग निर्धारित मापदंड अनुसार नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्टेकिंग प्लान को सही करने, प्रत्येक स्टेक में धान का प्रकार बारदाना का प्रकार और स्टेक की मात्रा की जानकारी प्रदर्शित करने निर्देशित किया।

कलेक्टर ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध धान परिवहन और संग्रहण पर सख्ती से रोक लगाई जाए। इस तरह के मामले जानकारी में आने पर संबंधित तहसीलदार व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को तत्काल जानकारी दें। कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों में अतिरिक्त निगरानी करने की आवश्यकता है। उन्होंने धान खरीदी केंद्र में किसानों की पंजीयन संख्या, धान के रकबे की जानकारी, बारदाने की उपलब्धता, कांटा-बांट के सत्यापन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अन्य राज्यों और कोचियों द्वारा लाए जाने वाले धान पर निगरानी रखने, यदि बाहर से धान खपाने की जानकारी मिलती है तो उसे जब्त करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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