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जर्जर एवं सुविधा विहीन शालाओं के उन्नयन पर हुई चर्चा              

 गुरूवार को कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की गहन समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के संबंध में विभाग द्वारा बताया गया कि जिले में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के तहत् विख कोण्डागांव में स्कूल भवन का मरम्मत कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि फरसगांव, केशकाल, विश्रामपुरी एवं माकड़ी में मरम्मत कार्य प्रगतिरत् है साथ ही सभी स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। जिसके लिए ऑफलाईन एवं ऑनलाईन आवेदन मंगाए गए थे।

जिसमें 2778 सीटों हेतु ऑनलाईन माध्यम से 3139 एवं ऑफलाईन माध्यमों से 59 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें 327 सीटों पर राज्य के दिशा-निर्देशानुसार बीपीएल एवं महतारी दुलार योजना अंतर्गत छात्र-छात्राओं की भर्ती की गई है। शेष सभी सीटों के लिए लॉटरी सिस्टम द्वारा चयन किया जायेगा। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति हेतु कलेक्टर ने समिति गठित कर इस सप्ताह के भीतर चयन कर शेष शिक्षकों हेतु संविदा भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर स्कूलों के सौंदर्यीकरण हेतु उद्यानिकी विभाग की सहायता से स्कूलों में गार्डन विकसित करने के निर्देश दिये।            

जिले में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने एवं विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा प्रत्येक बच्चों को शिक्षा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया जायेगा। जिसके लिए जिले के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का चयन कर उनकी कक्षाओं को रिकॉर्ड कर जिले के सभी बच्चों को स्कूलों के माध्यम से मोबाईल अथवा पेनड्राईव में प्रदान किया जायेगा। ऐसे विषय जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों की अच्छी विडियो एवं एनीमेटेड विडियो उपलब्ध है उसका संकलन हेतु विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की समिति बनाकर विडियो का चयन किया जायेगा। इन विडियो द्वारा जिले के प्रत्येक बच्चे को एक समान गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु जिला प्रशासन कार्यरत् है।            

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जिले में प्रत्येक विकासखण्ड में स्कूलों का चयन कर 50 स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा। इन मॉडल स्कूलों में नवाचारी शिक्षा, नई प्रौद्योगिकी द्वारा शिक्षा, शौचालयों की व्यवस्था, शिक्षकों की पर्याप्त संख्या, अच्छी अधोसंरचना विकास पर ध्यान देते हुए शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा। इन 50 स्कूलों के बाद सभी संकुलों में एक-एक मॉडल स्कूलों को लक्ष्य कर निर्मित किया जायेगा।            

इस बैठक में भवनविहीन 34 शालाओं हेतु विकासखण्डवार प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं के निर्माण एवं वैकल्पिक व्यवस्था करने के साथ 13 हाई स्कूल एवं 25 हायर सेकेण्डरी स्कूलों हेतु राज्य शासन को प्रस्ताव भेजने एवं अतिजर्जर 349 शाला भवनों का सर्वे एक सप्ताह में बीईओ एवं एबीईओ को पूर्ण कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट देने के निेर्देश दिए। इसके साथ ही जर्जर शौचालयों अथवा शौचालय विहीन 26 शालाओं हेतु स्वच्छ भारत मिशन द्वारा शौचालय निर्माण किया जायेगा। पेयजल विहीन 60 शालाओं हेतु सर्वे कराकर पीएचई विभाग को सभी शालाओं में बोर खनन के निर्देश दिये। विद्युत विहीन एवं जर्जर विद्युत लाईनों वाली 631 शालाओं में से 183 माध्यमिक शालाओं तथा प्राथमिक शालाओं में आंतरिक वायरों की खराबी को जल्द सुधार किया जायेगा।            

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01 जुलाई से प्रदेशभर में शुरू हुए ‘पढ़ना लिखना अभियान‘ के तहत् साक्षरता दर बढ़ाने के लिए असाक्षरों को बुनियादी शिक्षा देने हेतु स्वयं सेवियों को 18 एवं 19 मार्च को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिले में ‘पढ़ना लिखना अभियान‘ के तहत् 9040 लोगों का लक्ष्य रखा गया है। इस बैठक में मोहल्ला क्लासेस के संचालन हेतु जनप्रतिनिधियों एवं पालकों की बैठक कर इसके सफल संचालन हेतु निर्देश दिये गए। महतारी दुलार योजना के तहत् 101 बच्चों का चयन कर इन बच्चों को शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के द्वारा निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने को कहा गया।            

जिले में स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र निर्माण की गति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने राजस्व विभाग एवं शिक्षा विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाकर स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र निर्माण करने के निर्देश दिये गये। इसके अतिरिक्त इस बैठक में पाठ्य पुस्तक वितरण, गणवेश वितरण, शालाओं में फलदार वृक्षों के वृक्षारोपण, शालाओं में किचन गार्डन द्वारा मध्यान्ह भोजन हेतु सब्जी उत्पादन पर चर्चा हुई साथ ही शाला त्यागी बच्चों को साक्षर करने तथा प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया गया। इस बैठक में डीईओ राजेश मिश्रा, जिला मिशन समन्वयक महेन्द्र पाण्डे सहित सभी विकासखण्डों के बीईओ, एबीईओ एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयक सहित प्राचार्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। क्रमांक-337/रंजीत

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