कोरबा । प्रदेश के राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल दादरखुर्द गांव में कृषि विभाग द्वारा आयोजित चौपाल और प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में दादरखुर्द, खरमोरा, ढेलवाडीह, बरबसपुर, रिसदी, रूमगरा, झगरहा, भिलाई खुर्द सहित कोरबा के लगभग 600 किसानों ने शिरकत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने जिले के किसानों को चालू रबी मौसम में धान के बदले सरसों, अलसी जैसी रबी की अन्य फसलें लेने की सलाह दी। राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रहीं हैं। ऋण माफी से लेकर राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान के लिए 2500 रूपए प्रति क्विंटल राशि देकर किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
राजस्व मंत्री ने कहा कि खेती को लाभ का व्यवसाय बनाने के लिए धान के अलावा अन्य फसलों की खेती पर भी ध्यान देना होगा। दलहनी-तिलहनी फसलों के साथ सब्जी की खेती से भी अच्छा फायदा लिया जा सकता है और किसानों को इस बारे में भी प्रयास करना चाहिए। राजस्व मंत्री ने इस दौरान 170 किसानो को विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत आदान सामग्री और कृषि यंत्र भी वितरित किए। किसानों को पावर स्प्रेयर, चना बीज, मक्का बीज, सब्जी मिनी किट दिए गए। कृषि चौपाल और प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञों ने उन्नत कृषि तकनीकों से अवगत कराया। जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ मछली पालन से अतिरिक्त आय लेने के तरीके बताए गए।
इस दौरान मछली पालकों को डैक एवं जाल का भी वितरण किया गया। पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों ने पशुधन के स्वास्थ्य और उनके पालन-संवर्धन के बारे में जानकारी दी। पशुओं के लिए कृमिनाशक दवाईयां, कैल्शियम मिक्सर, फूड सप्लीमेंट और दूसरी दवाएं भी किसानों को निःशुल्क दी गई। कार्यक्रम में महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, कृषक कल्याण परिषद के सदस्य श्री अमन पटेल, उप संचालक कृषि श्री ए.के. शुक्ला, कृषि वैज्ञानिक श्रीमती सुलोचना महतो, पशुधन विकास विभाग के उपसंचालक डॉ. एस. पी. सिंह, मछली पालन विभाग के सहायक संचालक श्री एस.एस. तंवर, उद्यानिकी विभाग की सहायक संचालक श्रीमती आभा पाठक और अन्य विभागीय अधिकारी तथा मैदानी अधिकारी भी उपस्थित रहे।