कोरिया । कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम के द्वारा गृह भ्रमण कर 01-19 वर्ष के बच्चे, किशोर और किशोरियों को 13 से 23 सितम्बर, 2021 तक कोविड के सारे सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए एल्बेंडाजॉल टैबलेट खिलाई जायेंगी। डिवर्मिंग से बच्चों में रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि होती है। इसके साथ ही स्वास्थ्य और पोषण में सुधार, एनीमिया में नियंत्रण, सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार तथा वयस्क होने पर काम करने की क्षमता में भी वृद्धि होती है।
कार्यक्रम के जिले में बेहतर क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर श्री श्याम धावड़े व सीईओ जिला पंचायत श्री कुणाल दुदावत की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रम की कार्ययोजना, रणनीति व अन्य विभाग से समन्वय पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने शिक्षा और महिला व बाल विकास विभाग को इस कार्यक्रम की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी विकासखण्डों के आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में अभियान शुरू होने से पूर्व एल्बेंडाजॉल एवं आयरन फॉलिक दवाई के वितरण सुनिश्चित करने भी निर्देशित किया है। गंभीर कृमि संक्रमण से दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, उल्टी और भूख ना लगना सहित कई लक्षण हो सकते हैं। एक बच्चे कीड़े की मात्रा जितनी अधिक होगी, संक्रमित में उतने ही अधिक लक्षण होंगे। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत जिले में 01-19 वर्ष के 03 लाख 9 हजार 861 बच्चे और किशोर-किशोरियों को उनके घर पर मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम के द्वारा एल्बेंडाजॉल दवा खिलाई जाएगी। डिवर्मिंग से पहले बच्चों में खांसी, बुखार, सांस फूलना व कोरोना के अन्य लक्षणों की जांच भी की जायेगी।