रायपुर । विदेशों से रायपुर आए 16 लोग जिला प्रशासन के लिए सिर दर्द बने हुए हैं। इनके बारे में कोई जानकारी प्रशासन को नहीं मिल पाई है। ये कौन लोग हैं, शहर में कहां रहते हैं इसकी ट्रेसिंग नहीं हो सकी है। दरअसल, ये सारी चिंता कोविड के नए वैरियंट ओमिक्रॉन की वजह है। केंद्र और राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर विदेश से लौट रहे सभी नागरिकों की जांच और उन्हें आइसोलेट करने की बात कही है। मगर पिछले एक सप्ताह में रायपुर आए लोगों में से 16 ऐसे हैं जो अब तक ट्रेस नहीं हो सके हैं। 10 लोगों ने गलत नंबर दिए हैं, 4 ऐसे हैं जिनसे फोन पर संपर्क नहीं हो पा रहा। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 27 नवंबर से 2 दिसंबर तक विदेशों से रायपुर आने वालों की तादाद 243 है। इसमें अमेरिका, लंदन जैसे देशों से आने वाले लोग शामिल हैं। रायपुर के एयरपोर्ट पर काउंटर बनाए गए हैं । प्रदेश की सरकार को केंद्र से हर दिन छत्तीसगढ़ आने वालों की जानकारी मिल रही है। ऐसे लोगों को एयरपोर्ट पर रोककर उनकी जानकारी ली जा रही है। एहतियात के तौर पर उन्हें होम क्वारैंटाइन पर रहने को कहा गया है। सभी की कोविड जांच की गई है। अब तक विदेशों से आए लोगों में संक्रमण की बात रायपुर में सामने नहीं आई है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में विदेश से आए दो लोग पॉजिटिव मिले हैं। इनमें एक युवक और एक महिला है। दोनों USA से लौटे हैं। इसके बाद नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन की आशंका से हड़कंप मच गया है। उनके RTPCR टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें निगरानी में रखा है। साथ ही जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भुवनेश्वर भेजे गए है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल, विभाग ने दोनों लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उनके संपर्क में आने वालों की जांच शुरू कर दी है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट यानि बी.1.1.529 सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। इसके बाद से यह दुनियाभर के कई देशों में पहुंच चुका है। भारत में भी इसके दो मामले सामने आ चुके हैं। अभी तक इससे संक्रमण के लक्षणों के बारे में भी कुछ विशेष जानकारी सामने नहीं आ पाई है। वैज्ञानिकों को इन सवालों के जवाब ढूंढने में अभी कुछ सप्ताह लगने के आसार हैं। हालांकि, जहां-जहां कोरोना वायरस का यह वैरिएंट पहुंच चुका है, वहां पर सामने आए मरीजों को देखते हुए इसके कुछ लक्षण और विशेषताएं निर्धारित की जा सकती हैं।