कवर्धा । छत्तीसगढ़ के कवर्धा में एक टीचर सहित फिर दो लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। शातिर ठगों ने टीचर को पहले क्रेडिट कार्ड पर ऑफर दिया। जब टीचर ने लेने से मना किया तो उसे क्रेडिट कार्ड बंद होने का झांसा देने लगे। ठगों की बातों में आकर टीचर ने कार्ड नंबर बताया तो उनके खाते से एक लाख रुपए निकल गए। ऐसे ही ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए 600 रुपए की शर्ट तो नहीं मिली, लेकिन रुपयों के चक्कर में 46 हजार रुपए की धोखाधड़ी हो गई।
सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के वार्ड एक निवासी निर्मल सिंह मेरावी, ग्राम जामगांव में टीचर हैं। उनके मोबाइल पर 9919814392 नंबर से कॉल आया और क्रेडिट कार्ड पर ऑफर की बात कही। निर्मल सिंह ने मना किया तो उन्हें कार्ड ब्लॉक होने का झांसा दिया। साथ ही कार्ड जारी रखने के लिए उसका नंबर बताने को कहा। उसकी बातों में आकर निर्मल ने नंबर बता दिया। थोड़ी देर में उनके मोबाइल पर एक लाख चार हजार रुपए कटने का मैसेज आ गया।
दूसरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। मठपारा निवासी झंकार कुमार राजे ने एक ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल से 600 रुपए की शर्ट आर्डर की थी। दो माह बीतने के बाद भी शर्ट नहीं मिली। इस पर उन्होंने कंपनी के कस्मर केयर नंबर पर कॉल किया। कॉर रिसीव करने वाले ने उनके 600 रुपए वापस करने का दावा किया और बैंक संबंधी जानकारी मांगी। उसकी बातों में आकर झंकार ने बता दिया। थोड़ी देर बाद ही उनके खाते से 46 हजार 11 रुपए कट गए।
एक माह पहले खाद्य औषधि प्रशासन विभाग में पदस्थ ड्रग इंस्पेक्टर निरंजन डेहरिया के साथ ऑनलाइन 86 हजार रुपए की ठगी हुई थी। इस मामले में उन्होंने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। ठगों ने एसबीआई का क्रेडिट कार्ड एक्टिव कराने का झांसा दिया था। मोबाइल पर आए ओटीपी को बताने के बाद उनके खाते से रुपए निकल गए थे। उन्होंने बैंक में भी इसकी शिकायत की, लेकिन उन्होंने इस संबंध में मदद से इनकार कर दिया।