रायपुर। कवर्धा की घटना को करीब 11 दिन बाद प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को वहां की याद आई है। साहू गुरुवार को कवर्धा के दौरे पर गए हैं। जहां वे पुलिस और प्रशासन के अफसरों के साथ बैठक करके हालात की समीक्षा करेंगे। बता दें कि कवर्धा में तीन अक्टूबर को धार्मिक झंडा बदलने को लेकर दो संप्रदायों के बीच विवाद हो गया था। मारपीट और रैली- प्रदर्शन के बीच हिंसा भड़कने की आशंका को देखते हुए प्रशासन को वहां कर्फ्यू लगाना पड़ा था। दोनों पक्षों के नामजद किए गए दर्जनों लोगों की गिरफ्तारी के बाद फिलहाल वहां शांति है। इतनी बड़ी घटना के बावजूद गृह मंत्री के कवर्धा नहीं जाने को लेकर भाजपा की तरफ से लगातार सवाल उठाया जा रहा था।
अब गृहमंत्री गुरुवार को कवर्धा पहुंचे हैं। हालांकि दो दिन पहले उन्होंने इस कवर्धा की घटना के लिए आरएसएस और भाजपा को जिम्मेदार बताया था। सोमवार को गौरेल-पेंड्रा- मरवाही जिले के दौरे के दौरान साहू ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसस के लोगों ने बाहर से लोगों को बुलाकर कवर्धा में हिंसा फैलाई है। इससे पहले सरकार की तरफ से कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भी प्रेसवार्ता लेकर कवर्धा की घटना को भाजपा की साजिश करार दे चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कवर्धा जिले के प्रभारी मंत्री हैं, लेकिन वे भी अब तक कवर्धा नहीं गए हैं। पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कवर्धा में कानून-व्यवस्था के हालात की समीक्षा की थी। इस बैठक में सिंहदेव भी अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े थे।