रायपुर। राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार प्रदेश में आज से आंगनबाड़ी केंन्द्र फिर से खोल दिए गए हैं। इससे पहले कोविड-19 के कारण 22 मार्च से आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद रखते हुए हितग्राहियों को घर पहुंचाकर सूखा राशन दिया जा रहा था।
आंगनबाडिय़ों में साफ-सफाई करने और सेनिटाइज करने के बाद 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और सुपोषण अभियान के हितग्राहियों को गरम भोजन प्रदान किया गया। कुछ स्थानों में संकटग्रस्त श्रेणी की गर्भवती माता और गंभीर कुपोषित बच्चों को घर पहुंच सेवा के जरिए गरम पका भोजन दिये जाने की व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए रेडी टू ईट फूड घर पहुंचाया जाएगा। शासन के निर्देशानुसार कंटेनमेंट जोन अथवा जिला प्रशासन द्वारा बंद करने का निर्णय लिए क्षेत्रों में आंगनबाड़ी शुरू नहीं किये गए। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए केन्द्रों में हितग्राहियों को अलग-अलग समूह में अलग अलग समय पर बुलाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का मानना है कि कोविड-19 के कारण कुपोषण में बढ़ोत्तरी हो सकती है, इसलिए कुपोषण को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुए अब स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस तथा दोपहर का गरम पका भोजन हितग्राहियों को देने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोला गया है। इस दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने के विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। केन्द्र में बच्चों को भेजने हेतु पालकों की सहमति लिए जाने भी कहा गया है।