जशपुरनगर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वर्चुअल कार्यक्रम से जिले के जनप्रतिधि, कलेक्टर, हितग्राहियों और स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा किए।
जशपुर जिले से वर्चुअल के माध्यम से जशपुर विधायक श्री विनय भगत, कलेक्टर श्री महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, वनमण्डलाधिकारी श्रीकृष्ण जाधव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, एसडीएम जशपुर सुश्री ज्योति बबली कुजूर, आदिम जाति विभाग के सहायक आयुक्त श्री बी.के.राजपूत, उप मण्डलाधिकारी श्री एस.के.गुप्ता, अजय गुप्ता, सूरज चौरसिया और हितग्राही उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जशपुर जिले के संयुक्त वन प्रबंधन समिति सारूडीह के सिनगी स्व-सहायता समूह की श्रीमती विमला एक्का से चर्चा करके ग्रीन टी एवं सी.टी.सी. टी बनाने के विधि और आय के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएॅ दी। विमला एक्का ने मुख्यमंत्री को बताया कि सारूडीह चाय बागान के संयुक्त वन प्रबंधन समिति सारूडीह के 16 जनजातिय सदस्यों के द्वारा 20 एकड़ कृषि भूमि पर चाय रोपण किया गया है।
चाय रोपण के प्रबंधन एवं प्रसंस्करण में 02 महिला स्व सहायता समूह संलग्न है। चाय रोपण से वर्ष 2019 से व्यापारिक स्तर पर ग्रीन टी एवं सी.टी.सी. टी का निर्माण कर स्थानीय एवं संजीवनी के माध्यम से विपणन कार्य किया जा रहा है। उपभोक्ताओं द्वारा दोनो प्रकार के चाय की उत्तम गुणवत्ता बताई जा रही है। चाय बागान का जैविक प्रबंधन किया जा रहा है, इसके लिए हितग्राही परिवार को उन्नत नस्ल का पशुधन भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे उनको अतिरिक्त लाभ हो रहा है। इस प्रकार चाय बागान के एकीकृत प्रबंधन से अभी शुरुआती दौर में लगभग 50 से 75 हजार रुपये की वार्षिक लाभ प्रति परिवार को हो रहा है।