जांजगीर-चांपा । जांजगीर-चांपा की कृषि प्रधान जिले के रूप में अपनी अलग पहचान है। राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से किसानों में समृद्धि और उत्साह का माहौल है। 90 प्रतिशत से अधिक कृषि भूमि सिंचित होने के कारण धान के उत्पादन में जिले ने कीर्तिमान स्थापित किया है। राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, अल्प कालीन कृषि ऋण माफी योजना, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी आदि के माध्यम से जिला समुचित विकास के मार्ग पर दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है। जिले के किसान आर्थिक रूप से समृद्ध व खुशहाल हुए है। किसान जिले का 90 प्रतिशत से ज्यादा कृषि रकबा सिंचित होने का पूरा लाभ ले रहे है। धान उत्पादन में जिले ने कीर्तिमान स्थापित किया है। कोरबा जिले में स्थित हसदेव बांगो जलाशय के माध्यम से रबी और खरीफ दोनों सीजन में धान की फसल के लिए सिंचाई होती है। इसके अलावा जिले में बनाये गये बराज और सिंचाई पंपो के माध्यम से भी सिंचित रकबे में वृद्धि हुई है।
छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पाद कंपनी द्वारा भी शासन की योजना के तहत कृषकों की खेत में सिंचाई हेतु विद्युत पम्प कनेक्शन लगाने के लिए 49 ग्रामों के कुल 1,083 कृषकों द्वारा पम्प लगाये जाने की स्वीकृति दी गई है। इसके लिए सी.एस.आर. मद से 8 करोड़ 47 लाख रुपये छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी के शासन के खाते में जमा की गई है। विगत तीन वर्षो में 935 स्थाई कनेक्शन और 17 हजार 433 अस्थाई विद्युत कनेक्शन सिंचाई पंपो के लिए दिया गया है। जिले में औद्योगिक इकाइयों को पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बनाये गये चार बराज, बंसतपुर, मिरौनी और कुदरी के समीप के 2 लाख 49 हजार 617 हेक्टेयर कृषि भूमि में रबी और खरीफ दोनों सीजन में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा मिनीमाता बांगो परियोजना के अंतर्गत निर्मित नहरों का रखरखाव का कार्य भी प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है।