कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला के मार्ग निर्देशन में जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में 16 जुलाई तक वजन त्यौहार का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर ने कहा है कि उम्र के साथ बच्चों के विकास का पता लगाने उसकी ऊंचाई और वजन लिया जाता है। इससे सुपोषण और कुपोषण स्तर की जानकारी मिलती है। जिले के 0 से 5 वर्ष तक के शतप्रतिशत बच्चों का वजन करवाने के लिए निर्देश दिए हैं ।
बच्चों के पोषण स्तर के आंकलन के लिए वजन करना आवश्यक होता है। वजन कराने से बच्चों के विकास की सही जानकारी मिल पाती है। अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि बच्चों के सुपोषण पर विशेष ध्यान दें और उन्हें पौष्टिक आहार जरूर दें। पौष्टिक आहार से बच्चों में शारिरिक और मानसिक विकास होता है।
जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में वजन त्यौहार के दौरान बच्चों के सेल्फी लेने के लिए सेल्फी जोन भी बनाया गया है। जिसमें पोषक आहार वजन त्यौहार आदि के महत्त्व के संबंध में संदेश लिखा हुआ है।
छत्तीसगढ़ में एनीमिया से पीड़ित महिलाओं और किशोरी बालिकाओं के लिए भी योजनाएं चलाई जा रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों और महिलाओं को सुपोषित बनाने के लिए लगातार पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं का भी विशेष ख्याल रखा जा रहा है। विगत ढाई साल में प्रदेश के अधिकांश जिलों में कुपोषण की दर में कमी आई है।