जांजगीर । छत्तीसगढ़ के जांजगीर में प्राइवेट क्लीनिक के एक डॉक्टर पर डेंगू मरीजों को जानकारी सार्वजनिक करना भारी पड़ सकता है। डॉक्टर ने 10 मरीजों की लिस्ट मीडिया को जारी की है। इसके बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आ गया है। CMHO ने कहा है कि मरीज की रिपोर्ट निगेटिव है। डॉक्टर ने झूठी सूचना प्रसारित की। अब मामले की जांच के लिए टीम गठित की जा रही है। लापरवाही मिलने पर नर्सिंग होम एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, बलौदा नगर में डॉक्टर दिलीप जैन का राजकेसर नाम से क्लीनिक है। उन्होंने शहर में 10 डेंगू मरीज होने की जानकारी मीडिया को दी। इसके साथ ही मरीजों की लिस्ट भी मीडिया को उपलब्ध कराई गई। अगले दिन खबर प्रसारित होते ही जिले में हड़कंप की स्थिति बन गई। एक साथ 10 मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर आ गया।
शुरुआती जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसको लेकर जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि बलौदा के डॉक्टर दिलीप जैन ने डेंगू के मरीजों के पाए जाने की जानकारी सार्वजनिक की है, लेकिन इसके बारे में कोई सूचना व दस्तावेज विभाग को उपलब्ध नहीं कराए। यह भी नहीं बताया कि किस मरीज का कब उपचार किया गया, जबकि ऐसे मामलों में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देना अनिवार्य है। इसे देखते हुए जांच टीम गठित की जा रही है। जो इस संबंध में जांच करेगी। CMHO डॉ. एसआर बंजारे ने गुरुवार को बताया कि जिस मरीज का इलाज डॉक्टर दिलीप जैन के क्लीनिक में अभी जारी है, उसका एलाइजा टेस्ट जिला चिकित्सालय में कराया गया। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसे में यह मामला गंभीर हो जाता है कि आखिर डॉ. जैन ने किस आधार पर बलौदा में 10 डेंगू पॉजिटिव मरीज होने की जानकारी सार्वजनिक की। मामले की जांच कराई जाएगी। लापरवाही पर कार्यवाही होगी।