अम्बिकापुर / कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने मंगलवार को यहां कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन एवं निर्माण कार्यो के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्कूलों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चो को शासन की योजनाओ से लाभान्वित करने दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए पात्र दिव्यांग बच्चो के चिन्हांकन हेतु शिक्षको, सरपंच एवं सचिव को दायित्व सौंपने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा 21 प्रकार के दिव्यांगता निर्धारित किया गया है जबकि वर्तमान में जानकारी के अभाव में केवल 6-7 प्रकार के ही दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाये जा रहे है। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की सभी 21 प्रकार के दिव्यांगता एवं उसके लक्षण की जानकारी जनपद सीईओ को देने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपदवार सरपंच एवं सचिव को दिव्यंगों के पहचान के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने कहा। कलेक्टर ने कहा कि दिव्यांग स्कूली-बच्चों को संसाधन उपलब्ध कराने के लिए डी.एम.एफ. मद से राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ईमानदारीपूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। गोबर खरीदी की पूरी जानकारी के लिए रजिस्टर संधारित करें। सभी गोठानो को सक्रिय करें और स्वावलंबी गोठान बनाएं। हर माह गोठान समिति की बैलेंस सीट तैयार करें ताकि आय-व्यय का पूरा व्योरा उपलब्ध रहे।उन्होंने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अनुविभागीय अधिकारियो को जिले में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन, नरवा संवर्धन तथा चबूतरा निर्माण कार्य में प्रगति लाने के लिए साप्ताहिक निरीक्षण कर निरीक्षण डायरी संधारित करने के निर्देश दिए।
शहरी क्षेत्रों में भी दी जायेगी वनाधिकार पत्र- ग्रामीण क्षेत्रो के वनवासियों के समान ही अब शहरी क्षेत्र के वन भूमि पर काबिज लोगों को वानांधिकार पत्र दिए जाएंगे। कलेक्टर ने वार्ड समिति सहित अनुभाग एवं जिला स्तरीय समिति गठन की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रो में बायोगैस से रसोई ईंधन को बढ़ावा देने के लिए एक-एक गांव को चयनित करने के निर्देश दिए।