दुर्ग । गौठान से जुड़कर लोग कई तरह की नए-नए कार्य कर आमदनी का जरिया बना रहे हैं। लोगों को जीवकोपार्जन के साथ-साथ आय अर्जित करने का नया जरिया योजना से मुनासिब हुआ है। ऐसा ही उदाहरण विकासखंड धमधा के ग्राम पंचायत बीरेभाट में देखने को आया है। गोधन न्याय योजना से गांव में खुशहाली आयी है। योजनांतर्गत अब तक 1 लाख 10 हजार रूपए का लाभ हुआ है। कम समय में इतनी आमदनी होने से समूह से जुड़े लोगों के घर में खुशहाली आई है।
बीरेभाट में मॉडल गौठान का निर्माण किया गया है। जिसमें 3 समूह जुड़कर योजना अंतर्गत कम्पोस्ट खाद का कार्य कर रहे हैं। समूह में 57 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। गौठान में 24 वर्मी टैंक, 2 पशु शेड, 6 नाडेप, 4 कोटना एवं 6 अंजोला टैंक का निर्माण किया गया है। गौठान में उक्त संसाधन मुहैया होने से समुहों को कम्पोस्ट खाद बनाने में मदद मिला है। गौठान में अब तक 28 हजार 872 किलो गोबर का क्रय कर कम्पोस्ट खाद बनाया गया है।
ग्राम पंचायत बीरेभाट में कुछ वर्ष पहले तक ग्राम पंचायत में ग्रामीण महिलाओं के जीविककोपार्जन एवं आय के स्त्रोत ना के बराबर थे। ग्रामीण महिलाओं में अति उत्साह एवं कार्य कुशलता होने के बाद संसाधनों की कमी के लचलते महिलाएं घर में बैठने को बेबस थी छत्तीसगढ़ शासन की अतिमहत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाडी़ के आने से महिलाएं के जैसे जीवन में आगे बढऋने का एक सुनहरा मौका मिला है। शुरूआती में छत्तीसगढ़ शासन की अतिमहत्तवाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी के आने से महिलाओ के जैसे जीवन में आगे बढ़ने का एक सुनहरा मौका मिला है।
शुरूआती में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्राम पंचायत में गौठान का निर्माण किया गया है। जहा तक मवेशी बरसात के समय में इधर-उधर घूमते एवं फसलों का नुकसान पहुंचाते थे। आज उनके ठहरने हेतु एक विशेष स्थल का निर्माण हो चुका है। मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा देखे गये स्वपन ग्रामीण परिवेश में रूरल इंण्डस्ट्रीयल पार्क का निर्माण करने के तर्ज पर सभी गौठानों का समुचित विकास किया गया।
ग्राम पंचायत बिरेभाट में 3 स्व-सहायता समूह की कार्यरत महिलाओ द्वारा अविश्वसीय रूप से केवल 2 वर्षो में सीमित संसाधनो का उपयोग करके अत्यधिक आय अर्जित किया गया। गांव की महिलायें चारागाह मंे बाड़ी विकसित करने के तर्ज पर 5 एकड़ चारागाह भूमि में नेपियर रूट, 2 एकड़ भूमि में जीमीकंद रोपण किया गया है। आधा एकड़ में हल्दी, 40 डीसमील में अदरक का रोपण किया गया है। मौसमी भाजी, बिंडी, बैगन का उत्पादन किया जा रहा है। आज ग्राम पंचायत बिरेभाट की सब्जियां शहरी बाजारो मे बिकती हैै। इसी प्रकार गौठानो में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जा रहा है। उक्त तर्ज पर महिलाओ द्वारा 24 वर्मी टाकों में निरंतर वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है। ग्राम पंचायत बिरेभाट महिलाओ द्वारा 10790 किलो ग्राम एवं सुपर कम्पोस्ट 4050 किलो ग्राम का उत्पादन किया गया है। जिन्हंे शासन एवं ग्रामीणो के सहयोग से बेचकर ग्रामीण स्व-सहायता समूह की महिलाओ ने एक वित्तीय वर्ष में 1 लाख 5 हजार रूपये का मुनाफा अर्जित किया है।