दुर्ग । दुर्ग में सावन माह का पहला त्योहार हरेली उत्साह के साथ मनाया गया। हरेली त्योहार के लिए शासन के निर्देशानुसार गौठानों में तैयारी की गई थी। सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम उत्साह से मनाया गया। हरेली त्योहार का आयोजन नगरीय निकायों में भी किया गया। रिसाली में इस अवसर पर श्री ताम्रध्वज साहू मुख्य अतिथि थे।
उन्होंने कहा कि गौठान केवल गोधन सेवा के लिए नहीं है। इसे आजीविका का संसाधन बनाए। महिलाएं समूह के माध्यम से इसे लघु उद्योग का आकार दें ।
गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने हरेली पर्व की बधाई देते हुए कहा कि गौठान के पीछे की योजना को समझने की आवश्यकता है। यह केवल मवेशियों को रखने का स्थान नहीं है। उन्होंने आयुक्त श्री प्रकाश कुमार सर्वे को निर्देश दिए कि वे जगह का उपयोग करते हुए ऐसे कार्य योजना तैयार करें, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकें। खाद के अलावा मशरूम उत्पादन, मछली, मुर्गी व गाय पालन करने के लिए समूह को प्ररित करें। कार्यक्रम की शुरूआत में गृहमंत्री ने गौठान में रखे गायों की पूजा अर्चना की। परिसर में कदम का पौध रोपण कर कृषि औजारों की पूजा अर्चना की।
रस्सा खींच में मंत्री की टीम जीते-हरेली पर्व नेवई गौठान में परंपरागत खेल का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता में श्री गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू रस्सा खींचने स्वयं आगे आए और जीत दर्ज की। वही कुर्सी दौड़ में हेमिन डोनड़े, गेड़ी दौड़ में उमेश साहू, नारियल फेक में भूपेन्द्र साहू, विकास, संजय, मटका फोड़ में जयंती महानंद ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। विजेताओं को निगम आयुक्त ने उपहार देकर सम्मानित किया।
व्यजनों का लुफ्त-गौठान में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्टाॅल लगाया गया था। अभिनंदन, कुमकुम व सांई महिला स्व-सहायता समूह की महिला सदस्यों ने परंपरागत व्यंजन चिला, अइरसा, दूध-फरा, खुर्मी, ठेठरी, आदि की बिक्री की। निगम आयुक्त ने गढ़कलेवा स्टाॅल का मंत्री से अवलोकन भी कराया।
कलेक्टर एवं सीईओ ने भी किया भ्रमण- हरेली के त्योहार के आयोजन सभी गौठानों में किये गये थे। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक भी गौठानों में पहुँचे। उन्होंने गौठानों में उपस्थित गौठान समिति के सदस्यों एवं चरवाहों को इस पर्व की बधाई भी दी। कलेक्टर ने इस मौके पर कहा कि हरेली त्योहार के अवसर पर गौठानों को मजबूत करने के अपने संकल्प को आगे बढ़ाएं। मन लगाकर गौठान को आगे बढ़ाने खूब कार्य करें। इससे गौठान की व्यवस्था और बेहतर होगी। इसका लाभ ग्रामीणों को मिलेगा।