नारायणपुर । प्रदेश के स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज जिले में वर्चुअल कार्यक्रम के जरिये व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जिले के स्कूलों तथा आई.टी.आई. में संयुक्त रुप से रोजगारोन्मुखी कौशल विकास तथा व्यावसायिक शिक्षा देकर रोजगार उपलब्ध करने के उद्देश्य से छत्तसीगढ़ शासन व्दारा राज्य के 146 विकासखंड मुख्यालयों पर स्थित एक हायर सेकेण्डरी शाला का चयन कर व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री टेकाम ने जिले में व्यावसायिक प्रशिक्षण हेतु की गयी तैयारियों की जानकारी ली।
उन्होंने शासकीय आईटीआई के प्राचार्य के आगामी शैक्षणिक सत्र हेतु नये ट्रेड प्रारंभ किये जाने हेतु प्रस्ताव तैयार कर प्रेशित करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि जिले की विशम भौगोलिक परिस्थिति एवं जानकारी के अभाव के कारण यहां के बच्चे व्यावसायिक शिक्षा की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते थे। अब इस योजना में सम्मिलित छात्र-छात्राओं को कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने पर एवं आईटीआई उत्तीर्ण करने पर दोनों प्रमाण-पत्र एक साथ प्राप्त होगें। जिससे विद्यार्थियों को रोजगार एवं उच्च शिक्षा दोनों के अवसर प्राप्त हो सकेंगे, वे इस प्रतियोगिता के दौर में भाग ले सकेंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नेताम ने उपस्थित छात्रों को पठन सामाग्री का वितरण किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, पार्षद श्री अमित भ्रद के अलावा कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू, बीईओ श्रीमती मंजू चेरपा, प्राचार्य शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय श्री हुमनलाल साहू, प्राचार्य शासकीय आईटीआई, डीएमसी श्री जीबीएस रेड्डी एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी सहित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्र उपस्थित थे।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री जीआर मंडावी ने जानकारी देते हुए बताया कि विकासखंड मुख्यालय पर स्थित शासकीय आईटीआई. संस्था के साथ संबद्ध करने की योजना के तहत नारायणपुर जिला के शासकीय बालक बुनियादी आर्दश उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरांजी नारायणपुर का चयन किया गया है। शासकीय आईटीआई नारायणपुर व्दारा संचालित एक वर्षीय पाठ्यक्रम का चयन विद्यालय में अध्ययनरत चयनित 20 विद्यार्थियों के व्दारा किया गया है, जो 11वीं कक्षा के विशयों के साथ-साथ रोजगारोन्मुखी व्यवसायिक शिक्षा का अध्यापन आगामी 2 वर्शो में पूर्ण करेंगे। इस योजना के अंतर्गत सम्मिलित छात्र/छात्राओं को सप्ताह के 3 दिवस कक्षा में अध्यापन आईटीआई ट्रेड के शिक्षक करायेगें। साथ ही शेष 3 दिन दोपहर 3.00 बजे से 7.00 बजे तक संबद्ध आईटीआई संस्था में उपस्थित होकर विद्यार्थी विषयों का अध्यापन एवं प्रायोगिक कार्य करेगें। इसके साथ ही योजना अंतर्गत सम्मिलित छात्र-छात्राओं को 1 वर्शीय ट्रेड में चयनित पाठ्यक्रम को दो भागों में अर्थात् पचास प्रतिशत का अध्ययन 11वीं में एवं पचास प्रतिशत का अध्ययन आगामी वर्श 12वीं के दौरान पूर्ण करेगें। जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। हायर सेकेण्डरी परीक्षा उत्तीर्ण होने के उपरांत प्राप्त प्रमाण-पत्र की वैद्यता एवं प्रमाणिकता का अन्य छात्रों को प्राप्त प्रमाण-पत्र एवं अंकसूची के समान ही होगी। वहीं विद्यार्थियों व्दारा 12वीं उत्तीर्ण के साथ आईटीआई परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत उद्योगों, स्थानीय समुदाय के मध्य रोजगार, स्वरोजगार उपलब्ध हो सके।