बलरामपुर । जनजातीय कार्य मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री एवं सरगुजा सांसद श्रीमती रेणुका सिंह की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में श्रीमती सिंह ने जिले में केंद्र प्रवर्तित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा कर बेहतर क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने दिशा समिति की बैठक में पूर्व निर्धारित 34 बिन्दुओं पर समिति के सदस्यों तथा विभागीय अधिकारियों से बात कर योजना के क्रियान्वयन संबंधी जानकारी ली। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर योजनाआंे के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन के साथ जनता की भलाई के काम तथा क्षेत्रीय विकास के कार्यों को प्राथमिकता दें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण करीब डेढ़ वर्ष से योजनाओं की क्रियान्वयन तथा निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है। अब समय पर लक्ष्य को पूरा करने का समय हैै इसलिए कम समय में योजनाओं का शत्-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि अच्छा रोड और अच्छा शासकीय भवन विकास का आइना होता है, अतः सभी अधिकारी किसी भी कार्य को गुणवत्तापूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिला जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है जहां लोगों के पास पानी, बिजली व सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की कमी है। जनजातीय बसाहटों में बिजली तथा पेयजल की सुचारू व्यवस्था हेतु जरूरी कदम उठाएं। केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सिंह ने मनरेगा कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए लक्ष्य के विपरीत सृजित मानव दिवस, 100 दिन रोजगार प्राप्त कर चुके परिवारों की संख्या, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के अंतर्गत संचालित कार्यों की जानकारी ली तथा उन्होंने कहा कि लोगों को अधिक से अधिक श्रम मूलक कार्यों मे नियोजित कर रोजगार मुहैया कराएं।
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उन्हें आजीविका मूलक कार्यों के माध्यम से रोजगार प्रदान करने को कहा ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। जनप्रतिनिधियों द्वारा मनरेगा के मजदूरी भुगतान में अनियमितता एवं जॉब कार्ड में मजदूरों के कार्य दिवस का प्रविष्टि नहीं करने की शिकायत करने पर केन्द्रीय मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से निरीक्षण कर रोजगार सहायकों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शासन स्तर पर किये जा रहे प्रयासों से सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने आजीविका मिशन के अंतर्गत अच्छे कार्य करने वाले समूहों को प्रोत्साहित करने को कहा। मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने वनमण्डलाधिकारी से कहा कि जंगलों में परम्परागत रूप से निवासरत् आदिवासी और वनवासी को वनाधिकार पट्टा प्रदाय किया जाए, जंगलों का अनियंत्रित दोहन रोकने के साथ ही वनों के संरक्षण के लिए कड़े कदम उठाए जाए।
बैठक में केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सिंह ने डिजिटल इण्डिया, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, एकीकृत बाल विकास योजना के साथ ही अन्य केन्द्रीय प्रवर्तित योजानाओं की समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के महत्व को रेखाकिंत करते हुए कहा कि इसका सीधा लाभ ग्रामीणों को मिलता है, इसलिए गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों व मझरा-टोला में विद्युतीकरण से जुड़ी समस्याओं पर तत्काल कार्यवाही करने तथा सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारी को दिये।
बैठक के अंत में केन्द्रीय मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने कहा कि अधिकारी क्षेत्रीय समस्याओं को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ मिल कर प्रभावी कार्य करें ताकि लोग अधिक से अधिक योजनाओं से लाभान्वित हो। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम, संसदीय सचिव श्री चिन्तामणी महाराज, सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डालाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.पैंकरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार नायक, सर्व जिला पंचायत सदस्य, सर्व जनपद अध्यक्ष, निर्वाचित जनप्रतिनिधि सहित सर्व कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे।
सड़क सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए लोगों को करें जागरूकः- श्रीमती रेणुका सिंहजिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक केन्द्रीय राज्य मंत्री, जनजातीय कार्य मंत्रालय श्रीमती रेणुका सिंह की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई।
बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर अधिकारियों के साथ आवश्यक चर्चा की गई। बैठक में सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए जिले में विशिष्ट लक्ष्यों के साथ सड़क सुरक्षा कार्ययोजना की समीक्षा कर केन्द्रीय मंत्री ने ब्लैक स्पॉटों व ग्रेस स्पॉटों की पहचान तथा वहां सुधार संबंधी कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि चिन्हित ब्लैक स्पॉट में होने वाले सड़क दुर्घटना की निगरानी की जाए तथा सड़क इंजीनियरिंग के उपायों को अपनाने पर बल दें ताकि दुर्घटना में कमी आये। श्रीमती रेणुका सिंह ने हेलमेट न पहनने के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए जनजागरूकता बढ़ाने तथा हेलमेट न पहनने वालों पर कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने पशुओं के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि पशु सड़क में न घूमें, यह सुनिश्चित किया जाये ताकि पशुधन एवं जनहानि दोनों ही न हो।
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सिंह ने पुलिस अधिकारियों से वर्षवार पिछले 3-4 वर्षों में हुए सड़क दुर्घटना की संख्यात्मक जानकारी ली तथा इसे रोकने के लिए आवश्य कदम उठाने के निर्देश दिये। गति सीमा और यातायात को सुचारू बनाने के लिए प्रमुख मार्गों पर रोड लेन मार्किंग, राज्यमार्गाे एवं सहायक मार्गों के जक्शन में रंबल स्ट्रिप का निर्माण, नेशनल हाईवे में टी-जंक्शन, वाय-जंक्शन तथा सांकेतिक बोर्ड लगाया जाए। केन्द्रीय मंत्री श्रीमती सिंह ने कहा कि यातायात नियमों के लिए जन जागरूकता के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर स्कूलों एवं कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को भी जानकारी दी जाए। इस अवसर पर राज्य सभा सांसद श्री रामविचार नेताम, संसदीय सचिव श्री चिन्तामणी महाराज, सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, वनमण्डालाधिकारी श्री लक्षमण सिंह, अपर कलेक्टर श्री एस.एस.पैंकरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सुशील कुमार नायक, जिला परिवहन अधिकारी सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।