बालोद । वनमंडल अधिकारी श्री मयंक पाण्डेय ने बताया कि वन मंडल बालोद अंतर्गत 23 मई 2021 से अद्यतन दिनांक तक जंगली हाथियों के दल का वनमंडल बालोद के वनक्षेत्रों, जंगलों एवं रिहायशी क्षेत्रों में विचरण बना हुआ है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में हाथियों के दल का विचरण रहा है वहां वनमंडल स्तर पर अधिकारियों, कर्मचारियों का गठित दल हाथियों के विचरण क्षेत्र में जंगली हाथियों के दल की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखते हुए आसपास के ग्रामीणों को मुनादी, दीवार पर हाथियों से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों का लेखन कार्य किया गया है।
वनमंडल अधिकारी ने बताया कि 12 सितंबर से 15 सितंबर 2021 तक हाथियों के दल का विचरण वन परिक्षेत्र दल्लीराजहरा के वनक्षेत्रों के अलावा ग्राम अड़जाल, दानीटोला, गुजरा, जमही, धोबनी, कुर्रूभाट, कुसुमकसा के आसपास विचरण था। उक्त क्षेत्रों में जंगली हाथियों के दल द्वारा ग्रामीणों के फसल को नुकसान पहुंचाए जाने पर ग्रामीणों द्वारा 14 सितंबर 2021 को एकत्रित होकर हाथियों के दल को उक्त क्षेत्र से भगाने हेतु फटाके, शोर, ढोल नगाड़े इत्यादि का प्रयोग कर हाथियों के दल को भगाने का योजना बनाया गया था। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर तत्काल वन परीक्षेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा श्री आर.के. नांदुलकर, वन परीक्षेत्र अधिकारी डौंडी श्री अब्दुल वाहिद खान द्वारा हाथी निगरानी दल एवं वन अमला के साथ मौके पर पहुंचकर समूह के रूप में लाठियों से लैस ग्रामीणों को निरंतर समझाईश दी गई।
अधिकारियों एवं वन अमला द्वारा दी गई समझाईश के उपरांत ग्रामीण शांत हो गए। वन परिक्षेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा का अधिनस्थ अमला उक्त दिवस को ग्राम गुजरा, जमही एवं अड़जाल में तैनात रहा। उन्होंने बताया कि समझाईश के उपरांत 15 सितंबर 2021 को ग्राम गुजरा, जम्ही, कुर्रूभाट, धोबनी (ब) एवं अड़जाल के ग्रामीण अपरान्ह में फिर से जंगल की ओर जाने की चेष्टा की जानकारी स्थानीय वन अमले से प्राप्त हुई। पुनः उप वनमंडलाधिकारी दल्लीराजहरा श्री विवके शुक्ला एवं वन परीक्षेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा श्री आर.के. नांदुलकर तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थानीय कोटवार एवं अन्य की सहायता से समझाईश दिया गया कि किसी भी माध्यम से हाथियों के दल को परेशान न किया जाए तथा उन्हें यह भी आश्वासन दिया गया कि आपके फसल, संपत्ति नुकसान के संबंध में शासन के निर्देशानुसार क्षतिपूर्ति मुआवजा प्रकरण तैयार कर शीघ्र मुआवजा राशि प्रदान किया जाएगा। इस हेतु पुलिस सहायता भी ली गई। अथक प्रयासों के बाद भी कतिपय समूह वन क्षेत्र में प्रवेश हेतु चेष्टा कर ही रहे थे।
वन मंडल अधिकारी श्री पाण्डेय ने बताया कि 16 सितंबर 2021 को स्थानीय वन अमले को ग्राम कुर्रूभाट के एक व्यक्ति के गांव में ना होने की सूचना प्राप्त हुई। उक्त ग्रामीण की तलाश ग्रामीणों एवं वन अमला द्वारा ग्राम गुजरा, अड़जाल के वन क्षेत्रों में किए जाने पर कक्ष क्रमांक पी.293 में एक अधेड़ व्यक्ति औंधी अवस्था में झाड़ियों के समीप पाया गया। जिसकी पहचान श्री गोपीचंद भुआर्य द्वारा मृतक की पहचान अपने पिता श्री संतोष भुआर्य आत्मज श्री बिसौहा के रूप में की गई। उन्होंने बताया कि वन अमला, पुलिस अधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणजनों की उपस्थिति में कक्ष क्रमांक पी.293 में स्थल पंचनामा कर मृतक का शरीर पोस्टमार्डम हेतु स्वास्थ्य केंद्र डौण्डी भेजा गया। वन मंडल अधिकारी ने बताया कि वन विभाग द्वारा दिए जाने वाले तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रूपए उनके परिवारजन को प्रदाय किया गया है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा जनहानि होने पर दी जाने वाली सहायता राशि हेतु जांच की कार्यवाही उपरांत नियमानुसार प्रकरण तैयार कर मुआवजा राशि का भुगतान शीघ्रता से किया जाएगा।