भिलाई । बीएसपी में मंगलवार को हुए हादसे में ठेका श्रमिक की मौत पर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद परिजन हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन और सिख समुदाय के लोगों को लेकर भट्ठी थाने पहुंच गए। यहां शाम सात बजे तक हंगामा चलता रहा। बाद में ठेकेदार ने 12 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही, तब जाकर मामला शांत हुआ। ठेका श्रमिक की 20 मीटर ऊंचाई से गिरकर मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, ब्लास्ट फर्नेस -02 को शट डाउन कर उसे डिस्मेंटल करने का निर्णय बीएसपी प्रबंधन ने लिया था। डिस्मेंटल का काम काम चिनार कंपनी को दिया गया है। इस कार्य को एसएससीएल कंपनी का ठेका मजदूर सुखविंदर सिंह कर रहा था। मंगलवार दोपहर 2.30 बजे जब वह 20 मीटर ऊंचे ब्लास्ट फर्नेस में चढ़कर कटिंग का काम कर रहा था तभी अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नीचे गिर गया। काफी ऊंचाई से नीचे गिरने के के चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सीटू के पदाधिकारी सहित बीएसपी प्रबंधन से आईआर विभाग के अधिकारी सेक्टर 9 पहुंच गए। उन्होंने शव सौंपने को कहा, लेकिन परिजनों ने लेने से इंकार कर दिया। फिर ठेका मजदूर कंपनी के पेटी कांट्रैक्टर को पकड़कर सेक्टर 6 थाने ले गए। यहां पुलिस ने उन्हें भट्ठी थाने जाने को कहा तो परिजन वहां पहुंचे और हंगामा करने लगे। देखते ही देखते वहां हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन और सिख समुदाय के लोग भी काफी संख्या में इकट्ठा हो गए। देर शाम 12 लाख रुपए मुआवजा देने पर सहमति बनी। ठेकेदार ने एक लाख रुपए नगद और 11 लाख रुपए का चेक परिजनों को सौंपा।