भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में कर्मचारी यूनियन मान्यता चुनाव से पहले संयंत्र के ही तीनों मांइस में कर्मचारी यूनियन मान्यता चुनाव होगा। इन तीनों ही मांइस दल्ली राजहरा, नंदिनी व हिर्री में यूनियन मान्यता का कार्यकाल 11 मई 2020 को पूरा हो चुका है। कोरोनाकाल के कारण यहां चुनाव नहीं हो पाया है। अब भिलाई इस्पात संयंत्र में भी बीते नौ अक्टूबर को कर्मचारी यूनियन मान्यता का दो साल का कार्यकाल पूरा हो गया। यहां चुनाव की मांग उठते ही केंद्रीय सहायक श्रमायुक्त ने स्पष्ट किया है कि पहले मांइस में चुनाव होगा। इसकेे लिए दिल्ली श्रम विभाग से अनुमति के लिए सप्ताहभर में पत्र भेज दिया जाएगा।
भिलाई इस्पात संयंत्र की तीन माइंस (खदानें) दल्लीराजहरा, नंदिनी और हिर्री में हैं। इन तीनों ही खदानों में मान्यता प्राप्त यूनियन का कार्यकाल बीते साल ही समाप्त हो गया है। जब कार्यकाल समाप्त हुआ उस दौरान कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही थी। इस दौरान चुनाव संभव ही नहीं था, ऐसे में मामला अटक गया। अब जाकर कोरोना संक्रमण का स्तर बहुत कम हो गया है ऐसे में चुनाव की संभावनाएं बन गई है। बीते चुनाव में मांइस के कर्मचारियों का वेतन समझौता सबसे अहम मुद्दा था, यह मुद्दे का निराकरण अब तक नहीं हो पाया है, आज भी यह लंबित है।
इसके अलावा बीते चुनाव में नए बेसिक पर डासा 20 फीसद, लीव इनकैशमेंट, फेस्टिवल एडवांस, पुरानी मशीनों को बदलने, माइंस कर्मचारियों के ट्रांसफर पर रोक, मैनपावर बढ़ाने, हर तीन साल में कर्मचारियों के प्रमोशन, कैंटीन सहित अन्य सुविधाएं भी शामिल रही। इस बार कर्मचारियों के कई अन्य लंबित मुद्दे भी उठेंगे। चुनाव में सर्वाधिक मत पाने वाले यूनियन को ही मान्यता मिलती है। मान्यता प्राप्त यूनियन ही प्रबंधन से किसी मुद्दे पर समझौता कर सकता है। कर्मचारी प्रतिनिधि के रूप में प्रबंधन सिर्फ मान्यता प्राप्त यूनियन के साथ वार्ता करता है।इस यूनियन को ही किसी लिखित समझौते का अधिकार होता है। गैर मान्यता प्राप्त यूनियन से प्रबंधन चर्चा के दौरान कर्मचारियों की समस्याओं को सुनकर हल कर सकता है, लेकिन समझौता नहीं कर सकता।