बीजापुर । कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा नेे पामलवाया नर्सरी का गहनता से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारियों ने बताया कि 76 हेक्टेयर क्षेत्र में नर्सरी फैला है। जिसमें नारियल प्रक्षेत्र, आम, काजू, चीकू जैसे फलों का उत्पादन होता है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के पौधे तैयार किये जाते है। नर्सरी के तालाब को आदिवासी महुआ समिति को लीज पर दिया गया है। सुगंधित धान एवं लेमन ग्रास का उत्पादन भी किया जा रहा है। कलेक्टर श्री कटारा ने निरीक्षण के दौरान नर्सरी में घास-फूस, झाड़-झाड़ियों एवं खरपतवार को नष्ट करने एवं नर्सरी को व्यवस्थित करने एक महीने का समय-सीमा निर्धारित किया। मौके पर उपस्थित जिला पंचायत सीईओ श्री रवि कुमार साहू को नर्सरी की नियमित निरीक्षण करने के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा, वहीं उड़द-मूंग के फसल के लिये भूमी तैयार कर रहे है। जहां ट्युबवेल की आवश्यकता बताने पर पर्याप्त सिंचाई के लिये बोर उत्खनन के लिए निर्देश दिया।
सुगंधित धान के फसल को देखकर कलेक्टर श्री कटारा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए फसलों की देखरेख सही ढंग से करने पर्याप्त सिंचाई सुविधा एवं मिटटी परीक्षण के निर्देश दिये, नर्सरी को माडल नर्सरी के रूप में विकसीत करें ताकि जिलों के किसान नर्सरी को देखकर उन्नत कृषि के लिये प्रेरित हो सके। नर्सरी के 9 एकड़ क्षेत्र में लेमन ग्रास का फसल लगाया गया है। जिसे सिंचाई एवं निंदाई करने के निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री रवि कुमार साहू, उप संचालक कृषि श्री पीएस कुसरे, उद्यानिकी कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक संचालक मत्स्य विभाग एवं पामलवाया नर्सरी के अधिकारी-कर्मचारी सहित कृषि विभाग से संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।