बीजापुर । महिला एवं बाल विकास विभाग बीजापुर के मैदानी अमला कुपोषित बच्चे एवं एनीमिक महिलाओं का चिन्हांकन कर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लगातार लाभान्वित कर रही है। जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है। जिला बीजापुर के अंतर्गत परियोजना भैरमगढ़ के सेक्टर नेलसनार पंचायत के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 1 नेलसनार में सुनील एवं सुनीता की पुत्री हर्षिता को वजन के आधार पर कुपोषित चिन्हाकिंत किया गया था। हर्षिता का जन्म 07 सितम्बर 2018 को हुआ। जन्म के कुछ महीनों बाद उनका वजन कराया गया। तब मात्र 6 किलोग्राम थी जो गंभीर कुपोषण की श्रेणी में आता है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बताती है कि कुपोषण की श्रेणी में आने के बाद हर्षिता का नियमित देखभाल किया गया और उसे नियमित रुप से गृृहभेंट कर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत लाभान्वित किया गया। जून 2021 में पुनः वजन करने के पश्चात् मध्यम कुपोषण की श्रेणी में आ गई एवं आज की स्थिति में हर्षिता का वजन 10.9 किलोग्राम है। और कुपोषण से पूर्ण रुप से मुक्त हो चुकी है। कुपोषण के दुष्चक्र से निकालने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लॉकडाउन के समयावधि में बालिका के माता-पिता को नियमित रुप से परामर्ष एवं सलाह दिया गया एवं विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं के द्वारा मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया। चिक्की, बिस्कीट, अंडा वितरण कर मेहनत एवं लगन से कुपोषित बालिका को कुपोषण से मुक्त कराया। जिससे बालिका के माता-पिता बच्ची के वजन में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की सराहना की एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का आभार माना जिनके मेेहनत से उनकी बच्ची कुपोषण मुक्त हुई।