बीजापुर । विकासखंड बीजापुर के ग्राम एरमनार निवासी श्री बाल सिंह ताती को बरसों से काबिज भूमि का मालिकाना हक मिला। छत्तीसगढ़ सरकार के वन अधिकार पत्र प्रदाय योजना की सराहना करते हुए श्री ताती ने कहा जमीन के मालिक बनने का बरसों पुराना सपना अब साकार हो गया है। उन्होंने बताया कि वन अधिकार पत्र नही मिलने से जमीन छीने जाने का भय तो रहता ही था। इसके साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं से भी वंचित होना पड़ता था। 20 वर्षों से इस जमीन पर काबिज होने के बाद भी योजनाओं का लाभ न मिल पाना एवं बेदखली का डर हमेषा बना रहता था।
राज्य सरकार के इस अतिसंवेदनषील निर्णय के फलस्वरुप मुझे 2.5 एकड़ वन भूमि का मालिकाना हक मिलने से अब मैं निश्चित हॅू। वन अधिकार पत्र मिलने के साथ ही अनुदान सहायता अन्तर्गत सौर सुजला योजना के तहत् मेरे खेत में सोलर पंप की स्थापना किया गया। जिससे सिंचाई की समस्या से निजात मिली। पर्याप्त सिंचाई व्यवस्था होने के कारण खेत के मेड़ो पर ईमारती लकड़ी का पौधा लगाया है और साग-सब्जी का उत्पादन भी कर रहा हॅूं, जिनके अन्तर्गत कोचई, केला एवं मौसमी सब्जी का उत्पादन मेरे द्वारा किया जा रहा है। श्री ताती ने आगे बताया कि इन फसलों के उत्पादन से आमदनी के स्त्रोत काफी बढ़ा है। केवल साग-सब्जी के उत्पादन में ही सभी खर्चों को काटकर 90 हजार से एक लाख रुपए प्रतिवर्ष की आमदनी हो जाती है। पिछले वर्ष इसी जमीन पर उत्पादित धान से 60 हजार रुपये की आमदनी हुई। जिसे समर्थन मूल्य दर पर लैम्पस में बेचा था।
कृषक ताती ने कहा शासन की महत्वपूर्ण योजना से आमदनी में वृद्धि होेने के कारण परिवार के पालन-पोषण बेहतर ढंग से कर पा रहे है और आर्थिक समृद्धि की ओर बढ़ रहे जिसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार आभार माना और कहा प्रषासन की पूरी सहायता मिल रही है। जिससे कृषि वैज्ञानिकों के परामर्ष पर उनके सुझाऐ तरीको से खेती कर अधिक आय अर्जन की ओर अग्रसर है।