जांजगीर । छत्तीसगढ़ के जांजगीर में अकलतरा ब्लॉक कांग्रेस की सचिव अंबिका बाई यादव (35) पत्नी सखाराम यादव की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उनका शव घर के ही कमरे में सोमवार सुबह पंखे से लटका मिला है। दो दिन से घर में कोई नहीं था। सुबह मोहल्ले के बच्चों ने खिड़की से देखा तो घटना का पता चला। इसके बाद उन्होंने परिजनों को जानकारी दी। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। अभी तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, नैला क्षेत्र की परसदा निवासी अंबिका बाई रविवार को तिलाई गांव में कांग्रेस की बैठक में शामिल होने के लिए गई थीं। इसके बाद घर लौट आईं। उनके पति सखाराम यादव रायपुर में नौकरी करते हैं। वह दीपावली पर घर आए थे, फिर लौट गए। उनके दोनों बच्चे भी रिश्तेदारी में घूमने के लिए गए हुए हैं। सचिव अंबिका बाई घर में ही किराने की दुकान चलाती थीं। सुबह जब बच्चे सामान लेने पहुंचे तो दरवाजा बंद था। बच्चे काफी देर तक दुकान दरवाजा पीटते रहे, लेकिन नहीं खुला। इस पर बच्चों ने खिड़की से झांक कर देखा तो अंदर पंखे से अंबिका बाई का शव लटक रहा था।
इसके बाद आसपास के लोगों को पता चला और कोटवार को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि अंबिका बाई सखाराम यादव की दूसरी पत्नी थी। पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। उससे एक बच्चा है। अंबिका बाई से भी सखाराम को एक बच्चा है। दोनों बच्चों का पालन अंबिकाबाई और सखाराम मिलकर करते थे। परसदा गांव की सरपंच सुनीता यादव ने बताया कि अंबिका बाई गांव में काफी सक्रिय रहती थीं। वह हर व्यक्ति के सुख दुख में शामिल होती थी। सार्वजनिक जगहों पर नशा करने वालों के खिलाफ महिला समूह के माध्यम से उन्होंने मोर्चा भी खोल रखा था।