दंतेवाड़ा। भारत दर्शन कार्यक्रम के तहत 16 आईएएस अधिकारी दंतेवाड़ा प्रवास पर रहे उन्होंने जिले के विकासखण्ड गीदम के ग्राम पंचायत मुचनार में जैविक खेती कर रहे किसानों से चर्चा की। ग्राम पंचायत मुचनार के आश्रित ग्राम मल्लेमुंडा में कृषक श्री जोगाराम की बाड़ी में जैविक प्रक्रिया को पूरा समझा। वर्मी कम्पोस्ट, हांडी दवाई, बीजोपचार की विधि की विस्तृत जानकारी लेते हुए उपस्थित अन्य किसानों से जैविक खेती के सबंध में जानकारी ली। जिले में कृषि के क्षेत्र में की गई जैविक कृषि को महत्वपूर्ण पहल बताया एवं जिला प्रशासन के द्वारा कृषि के क्षेत्र में किये गए कार्यों की सराहना की।
आदिवासी संस्कृति की संरक्षण हेतु बनाये गए देवगुड़ी चितालंका का भ्रमण किया। देवगुड़ी स्थल पर उपस्थित महिला स्व-सहायता समूह के माध्यम से सतरंगी दल से सात सूत्रों के सबंध में जानकारी ली। इसके अंतर्गत सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण, गंदगी मुक्त पंचायत, कुपोषण मुक्त पंचायत, एनीमिया मुक्त पंचायत, मलेरिया मुक्त पंचायत, शत प्रतिशत शिक्षित पंचायत, शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लिए सात सूत्रों का संकल्प दिलाया जाता है। जिले के 143 ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी के कायाकल्प के बारे में अवगत कराया गया। जिला प्रशासन द्वारा जिले में जागरूकता सबंधी कार्यक्रम की विस्तारपूर्वक जानकारी ली।
भ्रमण पर पहुंचे आईएएस अफसरों की दल ने जिले के हारम स्थित नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री डेनेक्स पहुंचकर अवलोकन किया। फैक्ट्री में कार्यरत महिलाओं से बातचीत कर गारमेंट तैयार होने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली। डेनेक्स में काम कर रही दीदी, महिलाओं से उनके आमदनी के बारे में जानकारी ली। साथ ही महिलाओं के कार्य के प्रति लगन देख खुशी व्यक्त की। उन्होंने गरीबी उन्मूलन के तहत जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।