भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) की एमआरडी यूनिट-2 में सोमवार रात विस्फोट हो गया। इसकी चपेट में आकर 6 मजदूर झुलस गए। इनमें दो मजदूर BSP और 4 यादव इंटरप्राइजेस के ठेका मजदूर थे। बताया जा रहा है कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही के चलते हुआ है। मजदूरों को बिना सुरक्षा कास्टयूम के गर्म स्लैग में पानी डालने के लिए भेज दिया गया था। जैसे ही मजदूरों ने स्लैग में पानी डाला उसमें विस्फोट हो गया। जानकारी के मुताबिक सोमवार रात करीब 8.30 बजे एमआरडी यूनिट-2 में प्रोडक्शन का काम चल रहा था। इस दौरान वहां बड़ी मात्रा ग्रम स्लैग (राखड़) निकली थी।
इस स्लैग को ठंडा कर बैठाने के लिए कुछ मजदूरों को लगाया था। यह जानते हुए भी कि स्लैग में पानी डालने से उसमें ब्लास्ट होता है मजदूरों को बिना सेफ्टी कास्टयूम भेज दिया गया। इस दौरान ऑपरेटर ने जब कंटेनर को पलटा। नीचे पानी जमा था, जिसमें स्लैग के गिरने के बाद जोरदार धमाका हुआ और गर्म छींटों ने आसपास काम कर रहे 6 मजदूरों को चपेट में ले लिया। सबसे अधिक प्रभावित ठेका श्रमिक क्रेन ऑपरेटर मनीष कुमार साहू हुआ है। उसका पेट बुरी तरह झुलस गया है। पांच मजदूरों की बुरी स्थिति देख उपचार के लिए सेक्टर-9 स्थित अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। घायल कर्मियों के नाम मनीष कुमार साहू (41) ठेका श्रमिक क्रेन ऑपरेटर, पी राजू नायर (47), मैथी अलगन (58), विजय कुमार डोलई (38), रजनीश कुमार चौहान (31) शामिल है इनमें मनीष कुमार साहू 65% तक झुलसे हैं। जिसके कारण उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जबकि बाकी घायल 5 से 10 प्रतिशत झुलसे हैं।