कोरिया 02 जून 2021
विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के आदिवासी बाहूल्य ग्राम पंचायत कसरा में जय माॅ दुर्गा महिला स्व.सहायता समूह की सभी दीदीयों का परिवार व्यक्तिगत रूप से कृषि एवं गैर कृषी कार्य में संलग्न है और यही इनके परिवार की आय का एक प्रमुख स्त्रोत भी है। बिहान योजना के तहत जब समूह की महिलाओं को आजीविका की जानकारी प्राप्त हुई तब इसके माध्यम से मिलने वाले वित्तीय सहायता एवं लाभ लेकर आर्थिक रूप से अपने परिवार को मजबूत बनाने का निर्णय लिया।
एनआरएलएम के जिला मिशन प्रबंधक ने बताया कि समूह की अध्यक्ष लक्ष्मी एवं सचिव शोभा है, जो इस गांव में बिहान योजना के तहत सक्रिय महिला का कार्य भी करती है। बिहान योजना से जुड़ने बाद समूह की सभी दीदीयों समूह के सभी नियमों का पालन करते हुए समूह को योजना के माध्यम से अनुदान के रूप में प्राप्त होने वाली चक्रिय निधि राशि हेतु विकासखण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई (बिहान) बैकुण्ठपुर को आवेदन प्रस्तुत कर राशि 15 हज़ार रुपये की राशि प्राप्त किया। साथ ही एक वर्ष के बाद वित्तीय वर्ष 2018-19 में समूह को सामूदायिक निवेश कोष की राशि 60 हज़ार प्राप्त हुई।
इस राशि का उपयोग करते हुए समूह की दो दीदीयों ने अपने परिवार की आय बढ़ाने के उदेदश्य से किराना का दूकान करने की योजना बनाई एवं इस हेतु आवेदन पंचायत में प्रस्तुत किया साथ ही समूह की दीदीयों ने अपने आय के साधन बढ़ाने के उदेदश्य से विकासखण्ड परियोजना प्रबंधन इकाई की टीम की मदद से लोन हेतु आवेदन बैंक में प्रस्तुत किए जिससे समूह का लोन के रूप में बैंक से 1.5 लाख रूपये की सहायता राशि प्राप्त हुई। इस राशि में से 50 हज़ार रूपये की राशि का उपयोग करते हुए समूह ने जनवरी 2020 में मछली पालन का कार्य प्रारंभ किया। समूह की दीदीयों को मछली पालन का कार्य करते एक वर्ष से अधिक हो चुका है। दीदीयों को इस कार्य से अच्छी आमदनी भी प्राप्त हो रही है। इस कार्य से समूह को एक वर्ष में ही 2 लाख रूपये से अधिक की आय प्राप्त हुई है। जिससे सभी समूह की दीदीया काफी उत्साहित है।
इस प्रकार जय माॅ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की सभी दीदीयां राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना से जुड कर एवं समूह के सभी नियमों का पालन करते हुए बिहान योजना के वित्तीय सहायता का लाभ लेते तथा सामूहिक रूप से कार्य करते हुए गांव के सभी समूह को आर्थिक रूप से सशक्त बनने हेतु प्रेरणा दे रही है एवं वित्तीय सहायता प्राप्त कर अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में सहायता प्रदान कर रहे है।