गरियाबन्द। पद्मश्री फूलबासन देवी के रास्ते पर 10 गांव की 15 महिला समूह चलने की तैयारी कर रही हैं. स्वरोजगार से जुड़ने 50 महिला 3 दिवसीय ट्रेनिंग लेकर लौटी हैं । अक्टूबर तक ये समूह दोना-पत्तल, डेयरी, हर्बल अगरबत्ती व आर्गनिक खेती शुरू करेगी । सप्ताह भर पहले जिला पंचायत सदस्य धनमती यादव के नेतृत्व में गिरसूल, भतराबहली, देवभोग, कदलीमुडा, लाटापारा, चिचिया, नवागुड़ा, मूँगझर, सुपेबेडा, मैनपुर ब्लॉक के गांव के 15 से भी ज्यादा समूह से जुड़ी 50 महिलाएं राजनांदगांव जिले के 3 दिवसीय प्रवास पर गई थी. बिहान के आजीविका मिशन से जुड़ी ये महिलाएं पद्मश्री फूलबासन देवी से प्रेरित होकर उनके द्वारा महिला समूह के माध्यम से कराए जा रहे कार्यो को देखने व समझने गई थी. 3 दिन के प्रवास में महिलाओं ने हर्बल अगरबत्ती, ऑर्गनिक खेती, बंजर जमीन को उपजाऊ कर लगाए गए फलदार पेड़ों के बगीचे, बकरी पालन व डेयरी उद्योग को करीब से देखा. प्रशिक्षण लेकर लौटी महिलाएं अब अपने समूह में यह काम कर अन्य महिलाओं को जोड़ने का अभियान शुरू कर दिया है ।
फूलबासन देवी ने कहा महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की कदम सराहनीय है, लेकिन बीच की कड़ी में काम करने वालों के कारण अधिकतर समूह बाजार की अनुपलब्धता के कारण आगे नहीं बढ़ पाते । हम सरकार की योजनाओं से जोड़कर ही महिला समूह को आगे बढाने का काम करेंग उन्होंने कहा कि गरियाबन्द जिले के देवभोग, मैनपुर व छुरा में भौगोलिक व बाजार की उपलब्धता के आधार पर पहले चरण में डेयरी, दोनापत्तल, हर्बल अगरबत्ती व आर्गनिक खेती से काम शुरू करेंगे । योजनाओ के तहत लोन दिलाकर इस काम को अक्टूबर माह तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है । 26 से तीन दिवस के लिए मैं जिले में रहकर लोन व अन्य कमियों को दूर करने समूह के साथ रहूंगी ताकि काम जल्द शुरू हो सके. फूलबासन देवी ने बताया कि आजीविका के अलावा सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में भी अहम भागीदारी महिलाएं निभाएंगी । शुरू में दबंग दीदी के लिए 50 महिलाएं को तैयार किया जाएगा, जो डंडा लेकर उन लोगो पर नजर रखेंगी जो महिलाओ पर जुल्म करती है । दबंग दीदी पुलिस की ग्राम सहयोगी सखी की भूमिका में होगी । महिला शशक्तिकरण के लिए जी जान से जुटकर, विदेशों तक ख्याति पाने वाली पद्मश्री फूलबासन देवी के साथ राजनांदगांव जिले के 14 हजार महिला समूह की 2 लाख महिला सदस्य जुड़ी हुई हैं । ये महिलाएं योजनाओं के माध्यम से 52 करोड़ का लोन लेकर स्व-रोजगार का काम कर रही हैं. सालाना 40 करोड़ की आमदानी भी है. फूलबासन देवी ने कहा कि गरियाबन्द जिले की 50 महिलाओं को प्रशिक्षित करने के साथ इस अभियान की शुरुआत की है, बारी-बारी से प्रदेश के सभी जिले में यह मुहिम चलाई जाएगी ।