भिलाई । छत्तीसगढ़ के भिलाई में जरा से विवाद में दो पक्षों में लाठी-डंडे चल गए। इस दौरान एक अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया। बुधवार को उसकी मौत हो गई। सारा विवाद अधेड़ के बेटे के चक्कर में शुरू हुआ। आरोप है कि कॉलोनी की मीटिंग में पहुंचकर वह लोगों को गालियां दे रहा था। लोगों ने पागल कहकर भगाया तो उसका पिता लड़ने पहुंच गया। पुलिस ने इस मामले में नाबालिग सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामला जेवरा चौकी सिरसा क्षेत्र का है। 24 सितंबर की रात करीब 8 बजे गणेश विसर्जन के बाद सतनामी भवन में आय-व्यय को लेकर मीटिंग चल रही थी।
पड़ोस में रहने वाले देवनारायण चतुर्वेदी (45) का बेटा रवि (18) वहां पहुंच गया। आरोप है कि उसने अंदर आते ही वहां बैठे एक युवक सूरज को गालियां देने लगा। इस पर सभी ने रवि को पागल कहते हुए भगा दिया। थोड़ी देर बाद ही देवनारायण वहां 3-4 लोगों को लेकर पहुंच गया।आरोप है कि साथियों के साथ लाठी-डंडे लेकर पहुंचे देवनारायण ने वहां बैठे अलख निरंजन के सिर पर डंडे से वार कर दिया। इसके बाद वहां बैठे युवक और नाबालिग भड़क गए। दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। इस मारपीट में देवनारायण गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार को उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने अलख निरंजन, देव कुमार, दिलीप और 3 नाबालिगों को पकड़ा है।
वहीं दूसरी ओर परिजनों का आरोप है कि पकड़े गए आरोपी रवि को पागल-पागल कहकर चिढ़ाते थे। इसके लिए पहले भी कई बार मना किया था। घटना वाले दिन भी देवनारायण ने मना किया तो आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी। इस संबंध में पुलिस में शिकायत भी की, लेकिन मामूली धारा में केस दर्ज कर लिया गया। देवनारायण की मौत के बाद जब शव लेकर पहुंचे तो पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों
को पकड़ा।