प्रदेश सरकार युवाओं के भविष्य को चमकाने हर क्षेत्र में गंभीर प्रयास कर रही है. छत्तीसगढ़ प्रदेश के खिलाडी किसी भी मामले पीछे नहीं हैं. उन्हें बस मौका और सहयोग देने की आवश्यकता है इसलिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी अध्यक्षता में खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया है. जिसके माध्यम से प्रदेश के हर जिला में उत्कृष्टता केंद्र ( खेल अकादमी ) का सञ्चालन किया जायेगा. जहाँ खिलाडी पढाई लिखाई के साथ – साथ खेल में भी अपना भविष्य संवार सकते हैं. इस प्राधिकारण के उपाध्यक्ष खेल एवं युवा कल्याण मंत्री एवं सभी मंत्री सदस्य होंगे.
प्राधिकरण का उद्देश्य खेल के क्षेत्र में नीतिगत निर्णय लेना और उसका प्रदेश में क्रियान्वयन करना है. प्राधिकरण से संलग्न खेल अकादमी, उत्कृष्टता केंद्र विद्यालयों की मानिटरिंग करेंगे.
मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर झीरम घाटी में हुए शहीदों के नाम पुरूस्कार की घोषणा भी की है. नेशनल यूथ गेम में स्वर्ण पदक हेतु 2 लाख, रजत पदक के लिए 1.5 लाख और कास्य पदक के लिए 1 लाख का प्रोत्साहन राशि निर्धारित किया गया है.