सुराजी गांव योजना में सभी संबंधित विभागों की रहे सक्रिय सहभागिता : कलेक्टर
राजनांदगांव। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की फ्लैगशिप योजना नरवा, घुरवा, गरूवा, बाड़ी के लिए सभी संबंधित विभाग कृषि, उद्यानिकी, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि महाविद्यालय, हथकरघा, मछली पालन एवं पशु पालन विभाग अपने दायित्वों का निर्वहन करें। गौठान में सभी विभागों की सहभागिता एवं सक्रियता दिखनी चाहिए। कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि महाविद्यालय किसानों को कृषि की वैज्ञानिक तरीकों से अवगत कराने के लिए मॉडल प्रस्तुत करें। सभी विभाग किसानों की आजीविका तथा उनकी आय बढ़ाने की गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित करें। उन्होंने कहा कि मुनगा पौष्टिक तत्वों से भरपूर है और इसके अन्य उत्पाद भी बनाये जा सकते हैं। मुनगा सभी पोषण वाटिका में प्राथमिकता से लगायें, जिससे आंगनबाड़ी में बच्चों को सहज उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यानिकी विभाग को सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं गौठानों में व्यापक पैमाने पर मुनगा लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रागी, कोदो, कुटकी की फसल लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। उक्त बातें उन्होंने गौठान के लिए कृषि, उद्यानिकी, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि महाविद्यालय, मछली पालन, पशुपालन एवं हथकरघा विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में कही।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने कहा कि सभी संबंधित विभाग किसानों के हित में कार्य करें और उन्हें जितना हो सके प्रशिक्षित करें और बताएं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि फिल्ड में जाए और किसानों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी देकर प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि महाविद्यालय शैक्षणिक संस्थान है और उनके द्वारा किफायती तकनीक का उपयोग करते हुए कृषि का अच्छा प्रदर्शन करने से किसान प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने गौठान में तकनीकी जानकारी देने के निर्देश दिए। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ के छत्तीस तरह के भाजी लगाएं। कलेक्टर ने कहा कि जिले के 114 सामुदायिक बाडिय़ों के लिए कार्ययोजना बनाएं तथा यहां मल्चिंग विधि से समूह की महिलाओं से सब्जियों की खेती कराएं। मशरूम शेड भी दिए जा रहे है। मत्स्य पालन की गतिविधियों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन में किसानों की आय बढ़ाने के लिए अपार संभावनाएं है। शासन की योजना के तहत मत्स्य पालकों को मदद मिल रही है, इस कार्य को प्राथमिकता से करें। उन्होंने रोका-छोका में अच्छा कार्य करने के लिए पशुपालन विभाग के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि गौठान में समूह की महिलाओं को बैक्यार्ड कुक्कुट पालन एवं बकरी पालन के लिए प्रेरित करें। इस अवसर उप संचालक कृषि श्री जीएस धु्रर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. देवरस, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिए, सहायक संचालक श्री इंद्रराज, आत्मा योजना के श्री राजू एवं कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि महाविद्यालय के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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