अम्बिकापुर। अम्बिकापुर मेडिकल कालेज के बच्चा वार्ड में भर्ती 4 बच्चों की शनिवार-रविवार की दरमियानी रात 3.30 से 7 बजे की बीच हुई मौत के बाद हड़कंप मच गया। बच्चों के परिजनों ने डॉक्टर व नर्स की लापरवाही बताकर स्वाथ्य मंत्री को मौके पर बुलाने के लिए चक्काजाम कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने सूचना मिलते ही बिलासपुर रायपुर से डॉक्टरों की टीम को रवाना करने के निर्देश देते हुए खुद भी अपना दिल्ली दौरा छोड़ कर अम्बिकापुर लौट रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री कल रात 8.30 की फ्लाइट से दिल्ली गए हुए थे वहां उन्हें विभिन्न कार्यक्रमो में शामिल होना था, पर अम्बिकापुर की घटना सुन कर उन्होंने दिल्ली के सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिए और दिल्ली से सीधे अम्बिकापुर के लिये निकल गए। मुख्यमंत्री ने भी मामले की जानकारी लगते ही प्रभारी मंत्री शिव डहरिया को अम्बिकापुर भेज दिया गया हैं, जहां वो प्रशासन के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।मामले में मिली जानकारी के अनुसार कल सुबह साढ़े तीन बजे से 7 बजे के बीच मेडिकल कालेज में 4 नवजात की मौत हुई थी। इसके बाद नाराज परिजनों ने मुख्य सड़क जाम कर दिया था। परिजन स्वास्थ्य मंत्री को बुलाने को बात पर अड़े हुए थे। हालांकि डॉक्टर का कहना है कि बच्चे प्री-मेच्योर थे, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई है।
जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के बैजनाथपुर निवासी उदय सिंह ने अपने 4 दिन के नवजात बच्चे को 12 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे तबियत खराब होने पर भर्ती कराया था। उसे एसएनसीयू में रखा गया था। 16 अक्टूबर की सुबह 3.30 बजे मौत हो गई। वहीं राजपुर निवासी महेश ने अपने डेढ़ महीने के बच्चे को 13 अक्टूबर को एसएनसीयू में भर्ती कराया था।
यहां इलाज के दौरान 16 अक्टूबर की सुबह 4 बजे मौत हो गई। दरिमा निवासी देवानंद ने अपने 27 दिन के नवजात को 19 सितंबर को भर्ती कराया था। यहां इलाज के दौरान 16 अक्टूबर की सुबह 5 बजे मौत हो गई। इसी तरह उदयपुर निवासी बालकेश्वर ने दो दिन के नवजात शिशु को 15 अक्टूबर को भर्ती कराया था। 16 अक्टूबर की सुबह 6.45 बजे उसकी मौत हो गई।