रायगढ़ । आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए अधिक बिजली बिल बड़ी समस्या बनी हुई थी। अधिक बिजली बिल के कारण उपभोक्ताओं को बिल भुगतान में लेटलतीफी के साथ ही कनेक्शन कटने जैसी परेशानियों से जुझना पड़ता था। लेकिन आज परिस्थितियां बदल चुकी है, यह सब राज्य सरकार की बिजली बिल हॉफ योजना के कारण संभव हो पाया। आज उपभोक्ता कम बिजली बिल आने से समय पर भुगतान करने के साथ ही पैसे की बचत कर पा रहे है। यही कारण है कि आज जिले के हर घर बिजली से रोशन हो रही है। राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर एवं माध्यम वर्गीय परिवार की बिजली बिल के माध्यम से आने वाली आर्थिक बोझ को कम करने के लिए 1 मार्च 2019 को बिजली बिल हॉफ योजना की शुरूआत किया गया था। योजनांतर्गत उन सभी घरेलू उपभोक्ताओं को उनकी 400 यूनिट प्रतिमाह खपत सीमा तक बिजली बिल की राशि पर 50 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है। जिससे अब बिजली बिल आधा हो गया और आर्थिक बोझ कम।
शासन की इस महत्वांकाक्षी योजना का लाभ रायगढ़ जिले के आर्थिक रूप से कमजोर एवं माध्यम वर्गीय परिवार के उभोक्ताओं को भी मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रायगढ़ जिले में कुल 2 लाख 52 हजार 987 घरेलू उपभोक्ता है। इस योजना के तहत ऐसे उपभोक्ता जिनका बकाया राशि निरंक है, उनको लाभ दिया जा रहा हैं। जिले में बिजली बिल हॉफ योजना के तहत 2019-20 में 01 लाख 65 हजार 434 उपभोक्ताओं को 2564.07 लाख, 2020-21 में 2 लाख 2 हजार 207 उपभोक्ताओं को 2132.26 लाख रूपए तथा 2021-22 में 01 लाख 15 हजार 695 उपभोक्ताओं को 670.87 लाख की छूट प्रदान की गई। इस प्रकार योजना के प्रारंभ से अब तक कुल 2 लाख 2 हजार 207 उपभोक्ताओं को 5367.20 लाख रूपए की छूट प्रदान की गई हैं। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिला और आर्थिक रूप से संबल भी हुए। योजना के माध्यम से उपभोक्ता बचत पैसे का उपयोग अन्य आवश्यक कार्यो में कर रहे हैं।
ग्राम नंदेली के श्री हरिलाल चौधरी का कहना हैं कि पहले बिजली बिल प्रतिमाह 600-700 रूपए आता था, लेकिन योजना का लाभ मिलने से बिजली बिल आधा होकर 300 रूपए प्रतिमाह हो गया। जिससे साल में 3 से 4 हजार की बचत हो रही है। ग्राम कुल्बा निवासी श्रीमती मोगराबाई पटेल ने बताया कि उनके घर में बिजली बिल 800 से 900 रूपए प्रतिमाह आता था। योजना के लाभ मिलने से यह घटकर 400 से 450 हो गया है। अब बिल से बचत पैसे का उपयोग वे अन्य घरेलू कार्यो में करती है। इसी प्रकार लैलूंगा निवासी श्री नबोर टिर्की बताते है पहले घर का बिजली बिल 1200 से 1500 रूपए तक आता था। बिजली बिल हॉफ योजना के प्रारंभ होने और लाभ मिलने से प्रतिमाह 700-800 रूपए तक बिजली बिल आता है। जिससे श्री टिर्की सालाना 7 से 9 हजार रूपए बचत कर पा रहे है। जिसका उपयोग घरेलू कार्यो व अन्य जरूरी चीजों में कर रहे है। राज्य सरकार के इस योजना से जिले के आर्थिक रूप से कमजोर एवं मध्यम वर्गीय परिवार का आर्थिक बोझ कम हुआ है और बचत के पैसों से उन्हें दूसरे कामों को पूरा करने में मदद मिल रही है। योजना के माध्यम से बिजली बिल में मिलने वाली राहत से नागरिकों में खुशी है। बिजली बिल हॉफ योजना के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किया है।