रायगढ़ । मानव हाथी द्वंद्व से 161 इलाके प्रभावित के संबंध में खबरे समाचार पत्र में प्रकाशित हुई थी। जिसके संबंध में वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ वनमंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि हाथी वन्य प्राणी जीव है, जो लगातार वन में विचरण करता रहता है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हाथी की आवागमन होने पर वन विभाग के द्वारा गांव-गांव में जाकर हाथियों से बचाव व सुरक्षा हेतु सचेत किया जाता है एवं हाथी मित्र दल वाहन के माध्यम से लाउडस्पीकर लगाकर हाथी प्रभावित क्षेत्रों में नहीं जाने संबंधित सूचना दिया जाता है। गजराज वाहन में प्रोजेक्टर के माध्यम से हाथी प्रभावित ग्रामों में जाकर ग्रामीणों को हाथियों से बचाव सुरक्षा के उपायों को चलचित्र के माध्यम से दिखाया जाता है।
हाथी प्रभावित ग्रामों में बचाव व सुरक्षा संबंधित उपायों को दिवारों में लेखन का भी कार्य कराकर प्रचार-प्रसार करते हुए कोटवारों से मुनादी कराया जाता है, जिससे ग्रामीण सचेत होकर सुरक्षित रह सके तथा हाथियों द्वारा फसल नुकसानी, मकान नुकसानी, जन घायल, जनहानि किये जाने के फलस्वरूप शासन के प्रावधान अनुसार क्षतिपूर्ति मुआवजा राशि भुगतान किया जाता है एवं वन्य जंगली हाथियों की मृत्यु विद्युत करेंट से न हो इस बाबत् विद्युत विभाग एवं इस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से हाथी विचरण क्षेत्रों में अवैध कनेक्शन पर कार्यवाही किया जा रहा है एवं तार मानक ऊंचाई से कम ऊंचाई पर है, जो निर्धारित ऊंचाई पर किया जा रहा है।