राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा के संरक्षण एवं विकास से किसानों को अब जमीनी स्तर में लाभ मिलना शुरू हो गया है। बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखण्ड के अंर्तगत परसदा नाला के संरक्षण एवं विकास से यहां के 3 ग्राम पंचायतों ठाकुरदिया,नंदनिया एवं परसदा के किसान लाभांवित हो रहें है। कम बरसात के मुश्किल समय मे यह नाला किसानों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। परसदा नाले में 10 ब्रशवुड चेक,1लुज बोल्डर बंड,93 लुज बोल्डर चेकडेम,15 लुज बोल्डर गली प्लग, 10 स्टेगर्ड लुज बोल्डर बंड एवं 10 गेबियन सहित 139 संरचना का निर्माण किया गया है। इस निर्माण कार्य से करीब 31.34 एकड़ रकबा सिंचाई हो रही है तथा लगभग 48 एकड़ भूमि पर दोहरी फसल ली जा रही है।
ग्राम परसदा निवासी श्री पल्टूराम मंडावी पिता शिवशंकर मंडावी ने बताया कि वह नरवा के पानी का उपयोग कर अपनें 1 एकड़ खेत एवं बाड़ी में सतत रूप से सब्जी बाड़ी का कार्य कर रहे है। इससे पल्टूराम मंडावी को 2 वर्षाे में औसतन एक लाख रुपये की वार्षिक आमदनी प्राप्त हुई है। नरवा विकास से इन ग्रामो में औसतन 1.45 मीटर की भू-जल स्तर में वृद्धि हुई है। परसदा नाला के संरक्षण एवं संवर्धन से किसानो के अतिरिक्त आय में वृद्धि हुई है साथ ही भू-जल स्तर तथा सिंचित रकबा मेें भी वृद्धि हुई ही है। इसके अलावा वन्यप्राणियो एवं मवेशियो को पर्याप्त जल उपलब्ध हो पाया है।
इसी तरह मुंगेली जिले के उतई नाला में विभिन्न निर्माण कर उसका जीर्णाेद्धार किया गया है। मनरेगा के तहत किये जाने वाले इस जीर्णोद्धार कार्य में करीब 48.23 लाख रूपये व्यय किया गया। इस निर्माण कार्य से भूमिगत जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। जिसके फलस्वरूप संबंधित क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है, इससे बाड़ी में लगे हुए सब्जी, भाजी को हर मौसम में पानी उपलब्ध हो पा रहा है परिणामस्वरूप क्षेत्र के लोग अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर रहे है।