रायपुर :  ’कैप्टन कूल’ एप से कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और पर्यावरण संरक्षण में मिलेगी मदद
रायपुर : ’कैप्टन कूल’ एप से कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और पर्यावरण संरक्षण में मिलेगी मदद

पर्यावरण मंत्री श्री अकबर ने एप का किया शुभारंभ

पर्यावरण तथा वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने आज राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में ’कैप्टन कूल’ एप का शुभारंभ किया। इस एप को नेचर बाडी ईको क्लब के छात्र-छात्राओं ने शिक्षक श्री पानू हलदार के मार्गदर्शन में तैयार किया है। एप के माध्यम से आमजन तथा छात्र-छात्राएं अल्प कार्बन के उपयोग वाली जीवन शैली के प्रति जागरूक हो सकेंगे। 

पर्यावरण मंत्री श्री अकबर ने इस एप का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह एप कार्बन के उत्सर्जन में कमी लाने सहित पर्यावरण संरक्षण में काफी मददगार होगा। उन्होंने एप के निर्माण के लिए नेचर बाडी ईको क्लब को बधाई और शुभकामनाएं दी। पर्यावरण मंत्री श्री अकबर ने बताया कि जलवायु साक्षरता एवं जागरूकता अभियान के तहत कैप्टन कूल एप को बनाया गया है। इसमें दैनिक जीवन में उपयोगी इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रानिक उपकरणों के उपयोग से उत्सर्जित कार्बन की मात्रा की जानकारी मिल सकेगी और इनका बेहतर ढंग से उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन की मात्रा में कमी ला सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें  यादव समाज के सम्मेलन में शामिल हुए मंत्री गुरु रूद्रकुमार

नेचर बाडी ईको क्लब ने बताया कि इस एप में पावर रेंटिंग एवं उपयोग करने की समयावधि डालने पर यह हमें हमारे द्वारा किसी उपकरण के उपयोग से होने वाले कार्बन उत्सर्जन की गणना करके दिखा देता है। इसमे टी.वी., फ्रिज, लाइट, लैपटाप तथा मोबाइल फोन आदि शामिल है। इस तरह एप में यह सुनिश्चित किया गया है कि हम अपने दिनचर्या में उपयोग में ला रहे इलेक्ट्राॅनिक एवं इलेक्ट्रिक उपकरणों के सीमित उपयोग कर कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को कम कर सकते हैं।

इस एप के दो भाग है एक है ’कार्बन एमिसन कैलकुलेटर’ तथा दूसरा ’कार्बन एमिशन रीडयूजर’। इस एप के जरिए हम अपने घरों में उपलब्ध विभिन्न विद्युत उपकरणों द्वारा प्रति घंटे के उपयोग के अनुसार उत्सर्जित किए गए कार्बन की मात्रा का पता लगा सकते हैं तथा वातावरण में कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को किस प्रकार कम कर सकते हैं ये जानकारी उपलब्ध है। इसके साथ ही इसमें छोटे-छोटे ग्रीन हैक्स को अपनाकर हम अपने साधारण दैनिक जीवन को अल्प कार्बन जीवन शैली में परिवर्तित कर सकते हैं। कार्यक्रम में छात्र-छात्राएं उत्तम कुमार तम्बोली, कु.पूनम सिंह तथा कु.हिमांगी हलदार ने एप के बारे में प्रस्तुतिकरण भी दिया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के सदस्य सचिव श्री आर.पी.तिवारी तथा लोक स्वास्थ्य परम्परा संवर्धन अभियान से श्री निर्मल कुमार अवस्थी उपस्थित थे।

इसे भी पढ़ें  सामाजिक तलाक किसी भी परिस्थिति में मान्य नही: डॉ नायक