- स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के लिए चिकित्सा उपकरणों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
- कोरोना संकट से निपटने में सहायता के लिए ऑक्सफेम को दिया धन्यवाद
रायपुर. 14 जून 2021
ऑक्सफेम इंडिया अपने ‘मिशन संजीवनी’ अभियान के अंतर्गत कोरोना मरीजों के इलाज के लिए छत्तीसगढ़ को लगभग छह करोड़ रूपए लागत की मेडिकल सामग्री और चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराएगी। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव के सिविल लाइन स्थित निवास कार्यालय पहुंचकर संस्था के वरिष्ठ अधिकारियों ने आज उन्हें ये उपकरण सौंपे। श्री सिंहदेव ने ऑक्सफेम इंडिया द्वारा प्रदान किए गए मेडिकल सामग्रियों व उपकरणों के वाहन को अपने निवास कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के लिए रवाना किया।
ऑक्सफेम इंडिया द्वारा सरगुजा अंचल के वाड्रफनगर सिविल अस्पताल और प्रदेश के एक अन्य शासकीय अस्पताल में प्रति मिनट 570 लीटर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा। संस्था प्रदेश के तीन जिला अस्पतालों और 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन सिंलेंडर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स, पेशेंट मॉनिटर और बीपी मशीन प्रदान करेगी। फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए 800 पीपीई किट और पांच हजार मितानिनों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराएगी। संस्था द्वारा 1500 जरूरतमंदों को एक माह का सूखा राशन और हाइजिन किट भी प्रदान किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कोरोना महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में इस मदद के लिए ऑक्सफेम इंडिया के अधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए इस समय अधिक से अधिक संसाधन जुटाने की जरूरत है। अनेक संस्थाएं इसके लिए खुद होकर आगे आ रही हैं। उन्होंने ऑक्सफेम इंडिया के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नवगठित जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में स्वास्थ्य विभाग की अधोसंरचना आकार ले रही है। संस्था के सहयोग से इसमें तेजी लाने में मदद मिलेगी। ऑक्सफेम इंडिया द्वारा मितानिनों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने से वे अपने कार्यों को और बेहतर ढंग से अंजाम दे पाएंगी। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के लिए मेडिकल सामग्री को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के दौरान ऑक्सफेम इंडिया के सीईओ श्री अमिताभ बेहर, क्षेत्रीय प्रबंधक श्री आनंद शुक्ला, समन्वयक छत्तीसगढ़ श्री प्रकाश गार्डिया, वित्तीय समन्वयक सुश्री सुरभि अग्रवाल और श्री जितेंद्र कौशिक भी मौजूद थे।