रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान धरमपुरा-01 में नवनिर्मित इंद्रावती ’वर्किंग वुमेन ट्रांजिट हॉस्टल’ के गृह प्रवेश कार्यक्रम में भाग लेकर महिलाओं को उनके कमरों की चाबियां सौंपी। उन्होंने यहां गृह प्रवेश करने वाली महिला हितग्राहियों को चाबी सौंपते हुए सुरक्षित वातावरण में आवास की सुविधा पाने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने हितग्राहियों के पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में भी जानकारी ली। बातचीत के दौरान हितग्राहियों ने अत्यंत अल्प किराए में सर्वसुविधायुक्त सुरक्षित आवास की सुविधा उपलब्ध करने के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया। यह 100 सीटर हॉस्टल लगभग 6 करोड़ 99 लाख रूपए की लागत से निर्मित किया गया है।
हॉस्टल में दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाली कामकाजी महिलाओं को सुरक्षित एवं सर्वसुविधा युक्त आवास की सुविधा उपलब्ध होगी। कार्यक्रम में हॉस्टल में निवासरत् महिलाओं से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने व्यवस्थाओं से संबंध में चर्चा की। उत्तराखंड की ऋचा साहू, दिल्ली की जया और कोलकाता की आत्रेयी ने बताया कि वे लोग एनजीओ में कार्यरत् हैं यहां पर कुछ दिनों से निवास कर रही हैं। इन युवतियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पूर्व में यहां पर आकर आवास ढूंढना एक बड़ी समस्या थी साथ ही किराये के घर मिलने में भी कुछ न कुछ समस्याएं आती रही हैं। परन्तु अब इस हॉस्टल के निर्माण से कामकाजी महिलाओं की इस समस्या का समाधान हो गया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, उपाध्यक्ष श्री विक्रम मंडावी और श्री संतराम नेताम, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, विधायक दंतेवाड़ा श्रीमती देवती कर्मा, विधायक चित्रकोट श्री राजमन बेंजाम, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, कमिश्नर श्री जीआर चुरेंद्र, आईजी बस्तर श्री सुन्दरराज पी., कलेक्टर श्री रजत बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र मीणा सहित गणमान्यजन प्रतिनिधि व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।