रायपुर । ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने राजधानी रायपुर स्थित अपने शासकीय निवास सतनाम सदन में आज सिल्क मार्क का विमोचन किया। इस अवसर पर मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने कहा कि अब राज्य में तैयार होने वाले शुद्ध देसी कोसा और रेशम वस्त्रों में सिल्क मार्क प्रमाणीकरण यूनिकोड लगाए जाएंगे। यूनिकोड लग जाने से इस बात की पुष्टि होगी कि तैयार किए गए रेशमी वस्त्र शुद्ध प्राकृतिक रेशमी धागों से ही निर्मित है और इन्हें बेहतर प्रतिसाद भी मिलेगा।
प्रमुख सचिव ग्रामोद्योग डॉ. श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी ने बताया कि राज्य सरकार की अभिनव पहल से शुद्ध देसी रेशमी वस्त्रों को उचित बाजार और पहचान दिलाने में सहायक होगा। रेशम प्रभाग द्वारा तैयार रेशमी वस्त्रों में अब सिल्क मार्क यूनिकोड लगाए जायेंगे। जिससे यह प्रमाणित होगा कि छत्तीसगढ़ राज्य में तैयार देसी वस्त्रों में प्राकृतिक रेशमी धागों का ही उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि इन शुद्ध देसी कोसा वस्त्रों के विक्रय से महिला स्व-सहायता समूह के आय में वृद्धि होगी साथ ही साथ जैसी वस्तुओं के सिल्क मार्क प्रमाणीकरण से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वस्त्रों के विक्रय में सहायता भी मिलेगी। शुद्ध देसी कोसा वस्तुओं के उत्पादन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का नाम देश-विदेश में भी व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार में सहायक होगा। सिल्क मार्क लगे रेशम के वस्त्रों की बिक्री राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में लगे शिल्पग्राम के स्टॉल क्रमांक के-2, के-3 तथा शबरी एंपोरियम के स्टॉल क्रमांक के-21 में किया जा रहा है। इस अवसर पर रेशम प्रभाग के अपर संचालक श्री राजेश बघेल उपस्थित थे।