कोरोना टीका लगावाने से अब एक मिरगी के मरीज को झटका आने और दौरे के गंभीर दौर से निजात मिल गईं है। पहला टीका लगवाने के बाद से मिरगी के दौरे और झटका आना चमत्कारिक रूप से एक-एक रुक गया। असाध्य बीमारी के ठीक होने से महिला काफी उत्साहित है और टीका को अपने लिए रामबाण दवाई मान रही है। घटना उदयपुर विकासखंड के ग्राम रामनगर बड़खापारा का है। यहॉ के निवासी मिरगी बीमारी से पीड़ित करीब 55 वर्षीय श्रीमती राधा बाई यादव ने रामनगर केंद्र में पिछले 22 मार्च को कोविशील्ड वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। डोज लगवाने के बाद से उसे मिरगी के झटके और दौरे आने बंद हो गए। बीमारी के ठीक होने से उत्साहित राधा बाई ने दूसरा डोज 28 अप्रैल को लगवा लिया। अब पिछले तीन महीने से राधा बाई को एक बार भी न तो कोई झटका आया और न ही कोई दौरा आया। आश्चर्यजनक रूप सेे झटका और दौरा दोनों गायब हो गए। ज्ञातव्य है कि उदयपुर विकासखंड के ग्राम पलका के एक लकवा पीड़ित भी टीकाकरण से ठीक हो चुका है।
श्रीमती राधा बाई ने बताया कि जब वह 13 वर्ष की थी तब से वह मिरगी से ग्रसित थी। इस बीमारी में उन्हें बीच-बीच मे झटके और दौरे आते थे जिससे वह काफी परेशान थी। पिछले 42 वर्ष से ईलाज कराने के बाद भी मिरगी से झटके और दौरे से निजात नही मिली। कोविड वैक्सीन लगवाने से अब मिरगी के झटके आने बिल्कुल बंद हो गए है जिससे उसकी बीमारी के ठीक होने की उम्मीद जगी है। आरएचओ श्री सुखसाय पैकरा ने बताया कि टीकाकरण केन्द्र रामनगर में वैक्सीन लगवाने के बाद राधा बाई को मिरगी के दौरे का ठीक होना अचंभित करने वाली घटना है।
वैक्सिनेशन के सकारात्मक प्रभाव से कोरोना वायरस से बचाव के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ती चली जा रही है। ऐसी कई बीमारी भी चमत्कारी रूप से ठीक हो रहे हैं जिसके ठीक होने की संभावना पहले कभी नहीं थी। अब लोगों का विश्वास कोरोना के वैक्सीन पर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है वहीं स्वास्थ्य अमला में इस बात को लेकर खुशी है कि वैक्सीन के सुखद परिणामों को देखते हुए वैक्सीनेशन अभियान सफल होता नजर आ रहा है ।