205 किलोमीटर लंबाई में डेढ़ लाख से अधिक पौधों का रोपण प्रगति पर
रायपुर । वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा चालू वर्ष के दौरान 17 विभिन्न वन मंडलों के अंतर्गत सड़क किनारे 01 लाख 57 हजार से अधिक पौधों का रोपण जारी है। इनके रोपण से 205 किलोमीटर लंबाई का सड़क मार्ग हरियाली से लहलहा उठेगा।
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक तथा वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि वन मंडलवार सड़क किनारे रोपण के अंतर्गत इस वर्ष मनेन्द्रगढ़ के रोढ़ी से डुगला, मसौरा से शेरी तथा माड़ीसरई से बड़वाही तक 8 किलोमीटर लंबाई में 4 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी तरह कांकेर के अंतर्गत हटकाचरामा से पलेवा तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, कोटेला से हटकाचारामा तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, महानदी तट से कोटेला सीमा तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा तथा डुमाली बड़ेपारा से डुमाली मरघट तक 750 मीटर लंबाई में 750 पौधों का रोपण किया जा रहा है। बलौदाबाजार के अंतर्गत रसेड़ा से सोनाडीह तक 1 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा, करमदा से कोलियारी तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, कुकुरदी से ढनढनी तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, लिमाही से गोड़खपरी तक 01 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा तथा पासीद से अमलडीहा तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधों का रोपण प्रगतिरत है।
इसी प्रकार रायपुर वन मंडल के अंतर्गत तिल्दा से भिंभौरी तक 10 किलोमीटर लंबाई में 10 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है। कोनारी से कोदवा तक 5 किलोमीटर लंबाई में 5 हजार पौधा, सेक्टर-18 नवा रायपुर में 1900 मीटर लंबाई में एक हजार 900 पौधा, सेक्टर-30 एवं 31 नवा रायपुर में 2.1 किलोमीटर लंबाई में दो हजार 100 पौधा तथा चन्द्रखुरी पुलिस अकादमी एवं नवा रायपुर मुख्य मार्ग में 1740 मीटर लंबाई में दो हजार 840 पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी प्रकार बस्तर वन मंडल अंतर्गत फरसागुडा से विश्रामपुरी तक 4 किलोमीटर लंबाई में 4 हजार पौधा, बोरीगांव से मटनार तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधों, सेमरा से मारकेल तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधों का रोपण प्रगतिरत है। दंतेवाड़ा वन मंडल में बारसूर रोड से नामुल रोड तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, हाउरनार से सरपंचपारा तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, परचेली से मारजूम तक 4 किलोमीटर लंबाई में 4 हजार पौधों तथा पालनार से कोंडासावली तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी तरह केशकाल वन मंडल में बड़बत्तर से रांधना मार्ग तक एक किलोमीटर 200 मीटर लंबाई में 300 पौधा, बड़बत्तर से विश्रामपुरी मार्ग तक 1700 मीटर लंबाई में 425 पौधा, हरवेल से विश्रामपुरी मार्ग तक 01 किलोमीटर लंबाई में 250 पौधा, हरवेल से धामपुरी मार्ग तक एक किलोमीटर 132 मीटर लंबाई में 283 पौधा, छिंदली से कोपरा मार्ग तक 01 किलोमीटर लंबाई में 250 पौधा तथा राज्य राजमार्ग केशकाल से विश्रामपुरी तक 6 किलोमीटर लंबाई में एक हजार 500 पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी प्रकार सरगुजा वन मंडल के तहत उदयपुर से देवगढ़ मार्ग तक 220 लंबाई में 56 पौधा, जजगा से मंगरैलगढ़ तक 2500 मीटर लंबाई में 625 पौधा तथा मंगरैलगढ़ से महारानीपुर तक 2500 मीटर लंबाई में 625 पौधों का रोपण किया जा रहा है। मुंगेली वन मंडल में बरेला से बट्हा तक 8 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, बिलासपुर रोड मुंगेली मार्ग में 8 किलोमीटर लंबाई तक 3 हजार पौधा तथा फुलवारी से भालूखोंदरा तक 3 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी प्रकार खैरागढ़ वन मंडल में नर्मदा-साल्हेवारा मार्ग से ग्राम बगदूर तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है। सरगुजा वनमंडल अंतर्गत राजाकटेल से फेलपुर रोड तक 01 किलोमीटर लंबाई में 250 पौधा, बासेन चौक से प्राथमिक शाला कटकोना तक 01 किलोमीटर लंबाई में 250 पौधा तथा गार्ड क्वाटर से देवमुड़ चौक तक 01 किलोमीटर लंबाई में 250 पौधों का रोपण किया जा रहा है। जशपुर वनमंडल में सड़क किनारे वृक्षारोपण स्टेट हाईवे लवाकेरा से लुड़ेग तक 2 किलोमीटर लंबाई में 400 पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग रूपसेरा से शंखनदी तक 13 किलोमीटर लंबाई में 6 हजार 500 पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग गिरांग से झरगांव तक 6 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग झरगांव ये रूपसेरा तक 6 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग पतराटोली से लोरा तक 2500 मीटर लंबाई में 01 हजार 250 पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग लोरो से लोरो दोफा तक 2 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग लोरोघाटी तक 01 किलोमीटर लंबाई में 660 पौधा, नेशनल हाईवे-43 मार्ग लोरो से कंईकछार तक 4 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा तथा नेशनल हाईवे-43 मार्ग कंईकछार से चापाटोली तक 1500 मीटर लंबाई में 750 पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी प्रकार महासमुंद वन मंडल अंतर्गत सड़क किनारे वृक्षारोपण कार्य ग्राम सिंघी के शासकीय हाई स्कूल भवन पहुंच मार्ग तक 190 मीटर लंबाई में 95 पौधा, ग्राम नवाडीह से खम्हरिया के मध्य मार्ग के दोनों किनारे 1500 मीटर लंबाई में 750 पौधा तथा सड़क किनारे वृक्षारोपण कार्य तरेकेला से कारीडोंगर मार्ग तक 01 किलोमीटर लंबाई में 500 पौधों का रोपण किया जा रहा है। धरमजगढ़ वनमंडल में लैलूंगा से कोतबा मार्ग तक 4 किलोमीटर लंबाई में 133 पौधा तथा चिपाली से बेहरामुडा मार्ग तक 3 किलोमीटर में 100 पौधों का रोपण किया जा रहा है। इसी तरह कवर्धा वनमंडल अंतर्गत छीरगांधा से सहसपुर तक 2800 मीटर लंबाई में 2 हजार 800 पौधा, सहसपुर से बचेड़ी तक 5 किलोमीटर लंबाई में 5 हजार पौधा, छीरबांधा से सारी मेन रोड बिरनपुर कला तक 3500 मीटर लंबाई में 3 हजार 500 पौधा, नूनछापर से मुर्गी फार्म तक 200 मीटर लंबाई में 200 पौधा, मेन रोड से मुर्गी फार्म रोड तक 800 मीटर लंबाई में 200 पौधा, चाराभाठा (रणवीरपुर) से गौरमाटी तक 3300 मीटर लंबाई में 3 हजार 300 पौधा, नवापारा से तिलईभाठ तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, राम्हे से विचारपुर तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधा, राम्हेपुर से दलसाटोला तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, बांधाटोला से राम्हेपुर तक 01 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा, लोहारा से महराटोला तक 2 किलोमीटर लंबाई में 2 हजार पौधा, महराटोला से कुटकीपारा तक 1500 मीटर लंबाई में 1500 पौधा, महराटोला से छीरबांधा तक सारी रोड में 3 किलोमीटर लंबाई तक 3 हजार पौधा, सोनझरी से सरईपतेरा तक 1500 मीटर लंबाई में 01 हजार 500 पौधा, झलमला से बोदलपानी तक 1500 मीटर लंबाई में 01 हजार 500 पौधा तथा बोदलपानी से जामुनपानी तक 3 किलोमीटर लंबाई में 3 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है।
इसी तरह दुर्ग वनमंडल अंतर्गत सेलूद गाड़ाडीह मुख्य मार्ग से बोहारडीह तक 01 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा, बटंग से कुरूरडीह तक 2 किलोमीटर लंबाई में 01 हजार पौधा, सोरम से धुमा तक 01 किलोमीटर लंबाई में 1500 पौधा, बेल्हारी से गातापार तक 1500 मीटर लंबाई में 01 हजार 500 पौधा, गातापार से बटरेल तक 1500 मीटर लंबाई में 01 हजार 500 पौधा, महाकाखुर्द से महकाकला तक 1500 मीटर लंबाई में 2 हजार पौधा तथा पुरई से करगाडीह तक 1500 मीटर लंबाई में 01 हजार 500 पौधों का रोपण प्रगतिरत है। बालोद वनमंडल के तहत कक्ष क्रमांक-148 आर.एफ. तक 2 किलोमीटर लंबाई में 12 हजार पौधों का रोपण किया जा रहा है।