कोरबा। अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने के लिए किए गए वीरता के कामों के लिए जिले के साहसी बच्चों को राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

इसके लिए राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।

जिले के वीर बालक-बालिकाएं जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी कार्यालय कलेक्टोरेट परिसर में 30 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की विस्तृत जानकारी भारतीय बाल कल्याण परिषद की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद किस्पोट्टा ने बताया कि राष्ट्रीय शौर्य पुरस्कार के लिए बालक-बालिका की आयु कम से कम छह वर्ष एवं घटना की दिनांक को अधिकतम 18 वर्ष होनी चाहिए।

अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने के लिए किए गए साहसिक प्रयास एक जुलाई 2020 से 30 सितंबर 2021 के बीच के होने चाहिए।

अभ्यर्थियों को अपनी शौर्य गाथा 250 शब्दों में हिन्दी या अंग्रेजी में लिखकर पुलिस डायरी या एफआईआर की प्रति और समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों की कतरनों सहित आवेदन करना होगा। आवेदन पत्र और अन्य जानकारी भारतीय बाल कल्याण परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

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अभ्यर्थियों को अपनी वीरता संबंधी घटना को शिक्षणरत स्कूल के प्राचार्य या हेडमास्टर, अध्यक्ष या सचिव राज्य बाल कल्याण परिषद, कलेक्टर या एसडीएम, पुलिस अधीक्षक या घटना क्षेत्र के अन्य उच्च श्रेणी पुलिस अधिकारियों में से किन्ही दो अधिकारियों से सत्यापित भी कराना होगा। आवेदक निर्धारित प्रारूप में तीन प्रतियों में आवेदन कर सकते हैं।

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