सुकमा : मंत्री श्री कवासी लखमा के प्रयासों से किस्टाराम के कृषकों के चेहरे पर छाई मुस्कान
सुकमा : मंत्री श्री कवासी लखमा के प्रयासों से किस्टाराम के कृषकों के चेहरे पर छाई मुस्कान
  • कृषि कार्यों में सलंग्न होकर किस्टाराम के कृषक कर रहें उन्नति
  • क्रेडा, उद्यानिकी और कृषि विभाग के योजनाओं का ले रहे लाभ

सुकमा 29 मई 2021

 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का सुकमा जिले के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्प यहाँ के ग्रामीणों के मुस्कुराते चेहरों को देखकर साफ पता चलता है। मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री, कोण्टा विधानसभा क्षेत्र से विधायक श्री कवासी लखमा के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों के ग्रामीण भी शासन की योजनाओं का लाभ लेकर एक खुशहाल जीवन का आनंद ले रहे हैं। शासन प्रशासन के प्रयासों से अब अंदरुनी ग्रामों के लोगों के मन से नक्सलियों के भय के काले बादल छंटने लगे है और विकास की नई रोशनी से उनके जीवन में उजाला हुआ है।

जिले के अंतिम छोर में बसे कोण्टा विकासखण्ड अंतर्गत अति संवेदनशील गांव किस्टाराम में आज ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी साफ झलकती है जब वे अपनी बाड़ी में स्वयं की लगाई साग-सब्जियों का स्वाद लेते हैं। मंत्री श्री लखमा एवं प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं, उनकी जरूरतों, समस्याओं और चुनौतियों का आंकलन कर जिले के विकास की रणनीति नये सिरे से तैयार की गई, जिसमें स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो। किस्टाराम में ग्रामीणों के पास उपजाऊ भूमि तो थी किन्तु बीज की उपलब्धता एवं फसलों की सिंचाई हेतु पर्याप्त संसाधन नहीं होने के कारण वे भूमि से लाभ अर्जित करने में असमर्थ थे। मंत्री श्री कवासी लखमा के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन , सुकमा द्वारा किस्टाराम के ग्रामीणों के समस्या का समाधान किया गया और क्षेत्र में कृषि कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए डीएमएफ मद से राशि स्वीकृत कर कृषि विभाग को क्षेत्र के कृषकों को बोर, क्रेडा विभाग को सोलर पंप एवं उद्यानिकी विभाग को बीज वितरण का कार्य तत्काल संपादित करने के निर्देश दिए गए।

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उद्यानिकी विभाग ने सुनिश्चित की बीज की उपलब्धता
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल बाड़ी विकास योजना के तहत उद्यानिकी विभाग द्वारा कृषकों को मिनी किट प्रदाय किया गया। जिसमें उन्हें 6 प्रकार के सब्ज्यिों के बीज उपलब्ध हुए। कृषकों को बैगन, टमाटर, लौकी, भिंडी, करेला सहित खीरा बीज प्रदाय किया गया। किस्टाराम एवं धर्मापेण्टा के कुल 46 कृषकों को मिनी किट दिया गया। जिनकी बेहतर देखरेख से उन्हें अच्छी पैदावार मिल रही है। जिससे क्षेत्र वासियों को ताजी हरी सब्जियां बाजार में आसानी से मिलेगी। साथ ही इन सब्जियों को स्थानीय बाजार में विक्रय कर कृषकों की आर्थिक स्थिति निश्चित रूप से सुदृढ़ होगी।

कृषि विभाग ने किया बोर, क्रेडा ने पहुँचाई सौर उर्जा
किस्टाराम क्षेत्र के कृषकों को प्रशासन की याजनाओं को लाभ शत प्रतिशत लाभ पहुँचाया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा किस्टाराम क्षेत्र के कृषकों को आवश्यकतानुसार 38 नलकूप प्रदाय किया गया है कि जिसमें किस्टाराम में 15, धर्मापेन्टा में 08 सिन्दूरगुड़ा 08 एलकनगुड़ा 02, मराईगुड़ा (वन) में 03 तथा कोत्तुर के 02 कृषक शामिल हैं। नलकूप खनन के पश्चात् कृषकों को क्रेडा विभाग द्वारा सौर सुजला योजना अंतर्गत सोलर पंप प्रदाय किया जा रहा है जिसकी सहायता से अपने बाड़ी तक पानी की आपूर्ति कर साग सब्जियों को सिंचित कर सकें। किस्टाराम के 09 किसानों को सोलर पंप प्रदाय किया जा चुका है, वहीं शेष 29 किसानों के यहाँ फाउण्डेशन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अल्प समय में ही उन्हें सौर सुजला योजना से लाभन्वित किया जाएगा। सौर उर्जा का उपयोग कर वे अपनी बाड़ी में लगे साग सब्जियों की अच्छी पैदावार कर आर्थिक लाभ अर्जित कर सकेंगे।

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कृषि, क्रेडा एवं उद्यानिकी विभाग के संयुक्त प्रयास से जिले के अति संवेदनशील क्षेत्र किस्टाराम में कृषकों के बीच आशा की एक नई किरण जागी है। वे भी अन्य किसानों की तरह शासन की योजनाओं का लाभ लेकर एक बेहतर जीवन शैली की तरह अग्रसर हो रहे है। सुकमा जिले का विकास शासन एवं प्रशासन की प्राथमिकता है, जिसके अन्तर्गत जिले के अंतिम छोर में निवासरत अंतिम व्यक्ति तक समस्त योजनाओं का लाभ पहुंचाने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है।

297/2021/किशेार

Source: http://dprcg.gov.in/ 

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